झारखंड के आंदोलनकारियों का समर्थन करेगा झारखंड आंदोलनकारी मोर्चा : डॉ. सूरज मंडल
रांची। पूर्व सांसद डॉ. सूरज मंडल ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में झारखंड के आंदोलनकारियों का झारखंड आंदोलनकारी मोर्चा समर्थन करेगा । साथ ही झारखंड के विकास की अहमियत समझने वाले और यहां के लोगों की खुशहाली के लिये समर्पित उम्मीदवारों को झारखंड आंदोलनकारी मोर्चा अपना समर्थन देगा। उन्होंने कहा कि जयपाल सिंह मुंडा के नेतृत्व में शुरू किया गया झारखंड आंदोलन केवल और केवल इसीलिये असफल रहा था क्योंकि तब बिहार के नेता झारखंड के आदिवासियों एवं मूलवासियों को आपस में लड़वाने, फूट डालने एवं उसका फायदा उठाने के लिये हमेशा ही साजिश रचते थे। अब वही सारे तत्व यही काम रांची में बैठकर करते हैं। मंडल रांची प्रेस क्लब में गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि झारखंड गठन के बाद ओबीसी का आरक्षण 27 प्रतिशत से घटाकर 14 प्रतिशत जबकि अनुसूचित जनजाति का आरक्षण 14 प्रतिशत से बढाकर 27 प्रतिशत कर दिया गया। यह झारखंड में सामाजिक स्तर पर आग लगाने की पहली कार्रवाई थी जबकि ऐसे अनेक कारनामे किये गये। उन्होंने कहा कि यदि उन्हें पता होता कि बाबूलाल मरांडी भाजपा में आयेंगे तो वे भाजपा में कभी भी शामिल नहीं होते।
उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन ने सत्ता में आने पर ओबीसी आरक्षण को पुनः 27 प्रतिशत करने, ओबीसी वर्ग को पांच लाख नौकरी देने, पुरानी गलतियों को सुधारने जैसी अनेक बातें कही थी लेकिन सत्ता में आते ही वह झारखंड की घोर विरोधी कांग्रेस के साथ ही ज़मीन दलालों, खान माफिया और बालू माफिया की गोद में बैठ गये। उन्होंने कहा कि पिछले पांच साल में झारखंड के संसाधनों की जैसी लूट मची है और यहां के लोगों के हितों पर जैसा कुठाराघात हुआ है। वैसा पहले कभी नहीं हुआ था। झारखंड में पिछले 24 साल में से 19 साल आदिवासियों का ही शासन रहा और इस दौरान ओबीसी और मूलवासियों की व्यापक स्तर पर हक़मारी हुई है।
मौके पर झारखंड आंदोलनकारी मोर्चा के वरिष्ठ नेता प्रभाकर तिर्की ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारी मोर्चा की कोर कमेटी का गठन कर दिया गया है जो विधानसभा चुनाव में सक्रिय भूमिका निभायेगी और आंदोलनकारियों को एकजुट करते हुए झारखंड के हित में काम करेगी एवं नीतिगत निर्णय लेगी। उन्होंने कहा कि इसके लिये गठित 18 सदस्यीय कोर कमेटी में सूरज मंडल, बहादुर उरांव, विनोद कुमार भगत, शफ़ीक़ आलम, जुबैर आलम, अब्दुल कलाम, अब्दुल खालिक, जयश्री दास, मानव घोष, सुखदेव, हेमराम, रामजी भगत, किनू हेमब्रम, सुरेन्द्र राज, प्रभाकर तिर्की, पुष्कर महतो, ज्योतिष तिर्की एवं रवि नंदी शामिल हैं। इसके साथ ही प्रमंडल स्तर पर भी उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है जिसकी बैठक आगामी तीन-चार दिनों में होगी। दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल की बैठक रांची में 20 अक्टूबर को, पलामू प्रमंडल की बैठक डालटनगंज में 21 अक्टूबर को, उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल की बैठक हजारीबाग में 22 अक्टूबर को, संथाल परगना प्रमंडल की बैठक दुमका में 23 अक्टूबर को और कोल्हान प्रमंडल की बैठक चाईबासा में 24 अक्टूबर को होगी।