उत्तराखंड में चार धाम के बंद होने की जानिए तारीखें
आशीष तिवारी , बालजी दैनिक
देहरादून , 14 अक्टूबर , 12 अक्टूबर को दशहरे के दिन बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि घोषित हो गई है. आगामी 17 नवंबर को मिथुन लग्न में रात नौ बजकर सात मिनट पर पूरे विधि-विधान से भगवान बदरी विशाल मंदिर के कपाट बंद किए जाएंगे. वहीं भगवान मदमहेश्वर के कपाट भी 20 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे. इसके अलावा तीन नवंबर को केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होंगे. वहीं, दो नवंबर को गंगोत्री धाम के कपाट बंद होंगे.वहीं द्वितीय केदार मद्महेश्वर के कपाट भी आगामी 20 नवंबर को बंद होंगे. इसके अलावा तृतीय केदार तुंगनाथ मंदिर के कपाट 4 नवंबर को बंद होंगे. बता दें कि बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि विजयादशमी/दशहरे के अवसर पर श्री बदरीनाथ धाम मंदिर परिसर में पंचांग गणना पश्चात समारोह पूर्वक तय की गयी.
यमुनोत्री धाम के कपाट भी भैया दूज के दिन ही बंद होंगे. वहीं भैया दूज से एक दिन पहले अन्नकूट गोवर्धन पूजा के दिन श्री गंगोत्री धाम के कपाट अभिजीत मुहूर्त में बंद होते हैं. इस यात्रा वर्ष भैयादूज रविवार 3 नवंबर को यमुनोत्री धाम के कपाट दोपहर 12 बजकर 3 मिनट पर बंद हो रहे हैं और अन्नकूट गोवर्धन पूजा शनिवार 2 नवंबर को है. इस दिन गंगोत्री धाम के कपाट दोपहर 12 बजकर 4 मिनट पर शुभ मुहूर्त में बंद हो रहे हैं.
द्वितीय केदार मद्महेश्वर और तुंगनाथ मंदिर के कपाट बंद होने की तिथि: वहीं, द्वितीय केदार मद्महेश्वर जी के कपाट 20 नवंबर को बंद हो रहे हैं. इसके अलावा तृतीय केदार श्री तुंगनाथ मंदिर के कपाट 4 नवंबर को बंद हो रहे हैं. जबकि मद्महेश्वर मेला 23 नवंबर को है. इसी दिन मद्महेश्वर भगवान की चल विग्रह डोली विभिन्न पड़ावों से होकर शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेगी. श्री तुंगनाथ जी की चलविग्रह उत्सव डोली विभिन्न पड़ावों से होकर 7 नवंबर को मर्केटेश्वर मंदिर मक्कूमठ पहुंचेगी. गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब और लोकपाल तीर्थ लक्ष्मण मंदिर के कपाट बीते बृहस्पतिवार 10 अक्टूबर को बंद हो गये हैं.