वैश्विक प्रदूषण व पर्यावरण निगरानी तकनीकी पर हस्त प्रशिक्षण का शुभारंभ
प्रयागराज :07.01.2025
बीके यादव/ बालजी दैनिक
नेहरू ग्राम भारती मानित विश्वविद्यालय के वनस्पति विज्ञान विभाग एवं केंद्रीय उपकरण सुविधा केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में 7 से 11 जनवरी 2025 तक पाँच दिवसीय वैश्विक प्रदूषण एवं पर्यावरणीय निगरानी तकनीकी पर हस्त प्रशिक्षण का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में बाेलते हुए इलाहाबाद विश्वविद्यालय के के. बैनर्जी सेंटर ऑफ एटमॉस्फेरिक एंड ओशन साइंस के समन्वयक प्रो. शैलेन्द्र राय ने बताया कि क्लाइमेट चेंज का प्रभाव केवल ग्लेशियर के पिघलने से समुद्री जल स्तर बढ़ने तक ही नहीं है अपितु कृषि उत्पादन, रितुवत परिवर्तन, हीट तरंगे जैसे भयावह परिणाम का कारक है। इस हेतु मौसम पूर्वानुमान की जानकारी देने वाले वर्तमान सॉफ्टवेयर की कार्यप्रणाली को उन्होंने बताया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्राे० राेहित रमेश ने अपने उद्बोधन में पर्यावरण प्रदूषण एवं वातावरणीय परिवर्तन पर वैज्ञानिक उपाय खाेजने पर बल दिया। प्रतिकुलपति डॉ० एस०सी० तिवारी ने पर्यावरण संरक्षण काे उपयोगी बताया कहा कि प्रदूषण कम करने के लिए प्रशिक्षण जरूरी बताया तथा उष्मगतिकी के दोनों नियम से ऊर्जा अंतरण सिद्धांत एंट्रोपी नियंत्रण से समझाया।कार्यक्रम संयोजक डॉ आदि नाथ ने अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया कि वैश्विक स्तर पर वायु, जल, मृदा, वातावरण प्रदूषण से सम्बंधित सात दिवसीय इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में वायु (पार्टिकुलेटेड मैटर, लेड एनालिसिस, टोटल सॉलिड, टाेटल डिसोल्व सॉलिड सहित विभिन्न रासायनिक तत्वों के विश्लेषण की विधा का अभ्यास कराया जायेगा। धन्यवाद ज्ञापन डॉ० शक्ति नाथ त्रिपाठी ने किया। इस अवसर पर शोध छात्र, सभी संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, विज्ञान संकाय के फैकल्टी तथा प्रतिभागी सहित सैकड़ों सम्मिलित हुए।