सफेद मोतियों के खनन से हो रहा लाखों के राजस्व का नुकसान , खनन विभाग और स्थानीय पुलिस की मौन स्वीकृति

शिकायत करने के बाद भी नही बंद हुआ कछार क्षेत्र में अवैध बालू खनन
बलराम मौर्य / बालजी दैनिक
अयोध्या। जिले के सरयू नदी के किनारे स्थित कछार क्षेत्र में खनन माफिया सक्रिय हैं और सफेद मोतियों का जमकर व्यापार हो रहा है । खनन विभाग और पुलिस की मिलीभगत और मौन स्वीकृति के चलते अवैध खनन करने वालों के हौसले बुलंद हैं। इतना ही नहीं लाखों रुपयो का राजस्व का चूना भी लगा रहे हैं। जिसकी शिकायत खनन अधिकारी से हुई है।कार्य वाही के नाम पर विभाग ने स्थलीय निरीक्षण की जहमत भी नही उठाई l मामला रौनाही थाना क्षेत्र सोहावल तहसील अंतर्गत इब्राहिमपुर देवली मांझा गांव से जुड़ा है। शिकायतकर्ता धर्मजीत का आरोप है कि गाटा संख्या 34घ रकबा 0.320 हेक्टेयर, 43 मि 0.060 हेक्टेयर व 43प मि 0.170 हेक्टेयर भूमि जो नन्ही देवी पत्नी दुबरी तथा उसके पुत्र उमाशंकर के नाम अभिलेखों में दर्ज है। जो मांझा क्षेत्र में स्थित है। इन भूस्वामियों को कुछ पैसों की लालच देकर खनन माफियाओं द्वारा 10 फुट की गहराई में सैकड़ो डंपर बालू उक्त गाटों से निकलवा कर बेच लिया गया है। कछार क्षेत्र में इतना बालू निकलने से आसपास स्थित भूस्वामी भी प्रभावित हो गए हैं। जिससे बगल के खेतों का स्वरूप भी बिगड़़ जा रहा है। इन भू भागों की खुदाई होने से सरयू नदी का पानी के आने का अंदेशा भी बढ़ गया है। यदि ऐसा हो गया तो यहां स्थित गांव भी बाढ़ की चपेट में आ जाएंगे। शिकायतकर्ताओं ने जिलाधिकारी सहित खनन अधिकारी को शिकायती पत्र देकर गुहार लगाया है कि यदि इस पर अंकुश ना लगा तो किसी दिन कोई अप्रिय घटना घट सकती है। वहीं दूसरी ओर सरकार को लाखों रुपए का राजस्व क्षति भी पहुंचाई जा रही है।