महंत बजरंग मुनि उदासीन ने गुरुदयाल आश्रम की भूमि बेचने के प्रकरण की निष्पक्ष जांच की मांग
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ब्यूरो रिपोर्ट अनूप पाण्डेय
खैराबाद। एक तरफ जहा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हिन्दू देवी देवताओं , मन्दिर आदि मुस्लिमो से कब्जा मुक्त कराने के प्रयास कर रहे है। आज महंत बजरंग मुनि उदासीन जिला अधिकारी को पत्र लिख कर निष्पक्ष जांच करवाने को कहा है उन्होंने पत्र में लिखा
कुछ दिनों पूर्व पुरुषोत्तम दास चेला रामदास, श्यामनाथ मंदिर, सीतापुर का निवासी है, जिसने अपने प्रार्थना-पत्र में गुरुदयाल दास आश्रम, कटरा बाजार, खैराबाद जिला- सीतापुर के महंत बबलू उर्फ दामोदर शरण दास के ऊपर आश्रम की लगभग 300 बीघा कृषि योग्य भूमि तथा बी०सी०एम० अस्पताल के पास की व्यवसायिक भूमि को धनाढ्य एवं दबंग मुस्लिमों के हाथों बहुत ही कम दामों में बेचने का आरोप लगाया है । उक्त प्रार्थना-पत्र में कहा गया है कि दामोदर शरण दास की दबंगई का आलम यह है कि मान0 जिला जज की अनुमति के बिना ही करोड़ों रुपये की भूमि का विक्रय किया गया है जिसकी स्थिति बिना जांच के साफ नहीं हो पा रही है। एक ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री मान 0 योगी जी प्रदेश भर में हिन्दू धर्म / तीर्थ स्थलों को मुस्लिमों के अवैध कब्जों से मुक्त कराने में लगे हुए हैं वहीं पर दामोदर शरण दास आश्रम की जमीनों को, नियमों को ताक पर रखकर मुस्लिमों के हाथों खुलेआम बेंच रहे हैं। उक्त के साथ ही पुरुषोत्तम दास ने बबलू उर्फ दामोदर शरण दास पर कई लड़कों के साथ अप्राकृतिक सम्बंध बनाने के आरोप भी लगाये हैं- (ग्राम – ओदरहा के एक लड़के ने कुछ समय पूर्व अप्राकृतिक सेक्स करने के बारे में अभियोग दर्ज कराया था) तथा ग्राम – मुलाहिमपुर में आम के घने बाग में एक नाबालिग लड़के को बहाने से बुलाया, जब उसके साथ गलत हरकतें करने लगे तो वह चिल्लाते हुए छुड़ाकर भागा जिसकी आवाज सुनकर एक बुजुर्ग दलित महिला आ गई तो उसके साथ भी छेड़खानी करने लगे तब तक गांव के लोग आ गये। इस घटना की प्रथम सूचना रिपोर्ट सं0 0420/2024 खैराबाद थाने में दर्ज है। समाज में एक संत द्वारा बच्चों के साथ अप्राकृतिक सम्बंध बनाने व महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाओं को कारित करने आश्रम की भूमि मुस्लिमों के हांथों बेंचने से स्थानीय हिन्दू समाज में काफी आक्रोशित है। ऐसी स्थिति में यदि इस प्रकरण की यथाशीघ्र उच्च स्तर से जांच नहीं की जाती है तो स्थानीय हिन्दू समाज आन्दोलन करने के लिए मजबूर होगा ।
उक्त प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कराते हुए बबलू उर्फ दामोदर शरण दास पर पुरुषोत्तम दास द्वारा लगाये गये आरोपों की उच्च स्तरीय जांच कराकर प्रकरण का पटाक्षेप करें ताकि हिन्दू समाज में संतों की मर्यादा नष्ट होने से बच सके।