महाकुम्भ से आरम्भ होगा स्वर्णिम दुनिया का महारास – ब्रह्माकुमारी गोपी दीदी लन्दन
महाकुंभ नगर ०६ फरवरी
बीके यादव/बालजी दैनिक
श्रेष्ठ संकल्पों के लहर से आएगी विश्व परिवर्तन की सुनामी
‘ज्ञानकुम्भ’ में एकत्रित आध्यात्मिक सभा को किया सम्बोधित
मेला क्षेत्र, सेक्टर-7, में ब्रह्माकुमारीज द्वारा लगाए गए मेले ‘ज्ञानकुम्भ में आज लन्दन से ब्रह्माकुमारीज की अंतर्राष्ट्रीय आध्यात्मिक वक्ता ब्रह्माकुमारी गोपी दीदी का आगमन हुआ। साथ ही गुजरात से ब्र.कु. जागृति दीदी, भुवनेश्वर से लीना दीदी व लखनऊ से राधा दीदी भी उपस्थित रहे। मेला प्रभारी ब्र.कु. मनोरमा दीदी ने अपने शब्द सुमनों से सभी का स्वागत किया।
ब्र.कु. गोपी दीदी ने कहा कि इस महाकुम्भ से स्वर्णिम दुनिया के आगमन का महारास शुरू होगा। एक के परिवर्तन से विश्व परिवर्तन कैसे होगा? इस प्रश्न के उत्तर में दादी जानकी जी के महावाक्यों को साझा करते हुए आपने कहा कि जिस प्रकार हवा-तूफान पड़ने से किनारे की एक लहर भी सुनामी बन जाती है वही श्रेष्ठ संकल्पों के एक लहर की शुरूआत हमें करनी है। हमारे भारत में नारी कितनी दबी हुई थी ऐसे समय में परमात्मा शिव ने माताओं बहनों को ज्ञान का कलश देते हुए ब्रह्माकुमारी संस्था की स्थापना की और नारीशक्ति का मान बढाया ।
उन्होंने कहा परमात्मा शिव के प्रेरणा से आज भारत सहित सारे संसार में नारियों का मान बढ़ा है और वह नित्य नई ऊंचाइयों को छू रही हैं। इसका सबसे बड़ा उदाहरण हमारी वर्तमान राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी हैं।
ज्ञान कुंभ पंडाल में आध्यात्मिक संगीत संध्या का भी आयोजन किया गया जिसमें मुंबई से आए गायक चांद बजाज एवं उनकी टीम ने अध्यात्म से ओतप्रोत गीतों की मनमोहक प्रस्तुति दी। कार्यक्रम को खास बनाने के लिए मुंबई से टीवी एक्ट्रेस स्मिता सिंह तथा कई संत जन और महात्मा भी शामिल हुए।
इस अवसर पर ज्ञान कुंभ मेला प्रभारी मनोरमा दीदी ने कहा कि सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में नैतिक मूल्यों का होना जरूरी है। आज के संगीत में कहीं न कहीं हम इसकी कमी देखते हैं, परंतु चांद बजाज भाई की प्रस्तुतियां बहुत ही आध्यात्मिक एवं ज्ञानयुक्त होती हैं।
अंत में सभी कलाकारों को ईश्वरीय सौगात भेंट कर सम्मानित किया गया।