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पत्रकार मुकेश चंद्राकर मर्डर केस में SIT की बड़ी कार्रवाई, हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर

बीजापुर: नक्सल प्रभावित बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या मामले में बड़ी सफलता मिली है. बीजापुर की साइबर पुलिस और आरोपी की गिरफ्तारी के लिए गठित स्पेशल SIT टीम ने हत्या के मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर को हैदराबाद से गिरफ्तार किया है. रविवार देर रात टीम ने ये कार्रवाई की है. गिरफ्तारी की पुष्टि बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने की है.

हैदराबाद से पकड़ा गया आरोपी सुरेश चंद्राकर: SIT टीम इंचार्ज मयंक गुर्जर ने बताया कि पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या की घटना में शामिल फरार आरोपी सुरेश चंद्राकर को देर रात हैदराबाद से पकड़ा गया है. सुरेश चंद्राकर के अलावा तीन आरोपियों की गिरफ्तारी पहले ही की जा चुकी है. जिनके नाम रितेश चंद्राकर, दिनेश चंद्राकर और महेंद्र रामटेके हैं. विस्तृत पूछताछ की जा रही है.

एक नजर में जानिए पूरा घटनाक्रम:

कौन है मुकेश चंद्राकर: मुकेश चंद्राकर एक युवा पत्रकार था. वह कई समाचार चैनलों के लिए एक स्वतंत्र पत्रकार के रूप में काम करता था. मुकेश एक यूट्यूब चैनल ‘बस्तर जंक्शन’ चलाता था. जिसके लगभग डेढ़ लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर थे. मुकेश चंद्राकर उस समय सुर्खियों में आया जब अप्रैल 2021 में बीजापुर के तकलगुड़ा नक्सली हमले के बाद नक्सलियों की कैद से कोबरा कमांडो राकेश्वर सिंह मन्हास को छुड़ाने में अहम भूमिका निभाई थी. इस घटना के बाद तत्कालीन सीएम भूपेश बघेल ने मुकेश चंद्राकर और पूरी मध्यस्थ टीम से मुलाकात की थी.

1 जनवरी से गायब हुआ मुकेश चंद्राकर: नए साल के दिन 1 जनवरी की शाम से मुकेश चंद्राकर लापता हो गया. उसके भाई युकेश चंद्राकर ने पहले तो खुद ही अपने स्तर पर भाई का पता लगाने की कोशिश की. फिर सोशल मीडिया के जरिए भाई मुकेश के 1 जनवरी को लापता होने की जानकारी पोस्ट की. युकेश के इस पोस्ट से ही खलबली मच गई, क्योंकि मुकेश बीजापुर जैसे नक्सल प्रभावित इलाके से गायब हुआ था. युकेश ने इसकी जानकारी बीजापुर पुलिस को भी दी. जिसके बाद पुलिस मुकेश चंद्राकर की तलाश में जुट गई.

3 जनवरी को मुकेश चंद्राकर का सैप्टिक टैंक में मिला शव: बीजापुर पुलिस अधीक्षक जितेंद्र यादव ने बताया कि मुकेश के मोबाइल नंबर की लास्ट लोकेशन के आधार पर 3 जनवरी शुक्रवार को ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के परिसर से पत्रकार की लाश जेसीबी से खुदाई मिली. परिसर में एक सैप्टिक टैंक था, जिसके अंदर पत्रकार की हत्या के बाद शव डालकर ऊपर से प्लास्टर कर दिया गया था. लगभग शाम 5 बजे पुलिस ने जेसीबी से खुदाई कर मुकेश चंद्राकर के शव को बाहर निकाला.

ठेकेदार सुरेश चंद्राकर ने क्यों की हत्या: मुकेश चंद्राकर ने आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकार द्वारा बनाई गई सड़क में भ्रष्टाचार किए जाने का खुलासा किया था. इस मामले को पत्रकार की हत्या का मुख्य आधार माना जा रहा है. पुलिस की जांच में इस बात का खुलासा हुआ कि ठेकेदार सुरेश चंद्राकर हत्या का मुख्य आरोपी है और उसने अपने भाई रितेश चंद्राकर और सुपरवाइजर महेंद्र रामटेके के साथ मिलकर 1 जनवरी को पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या को अंजाम दिया. पत्रकार की डेड बॉडी को सेप्टिक टैंक में छिपा दिया.

4 जनवरी को बीजापुर पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया: पुलिस ने 4 जनवरी को रितेश चंद्राकर, सुपरवाइजर महेंद्र रामटेके और सबूत से छेड़छाड़ करने के मामले में दिनेश चंद्राकर को गिरफ्तार किया. मामले में स्थानीय लोगों और पत्रकारों का आक्रोश बढ़ गया. इधर विपक्ष भी सरकार पर सड़क में भ्रष्टाचार को लेकर हावी होने लगा. पत्रकार की हत्या को लेकर बढ़ते दबाव के बाद सरकार ने SIT गठित की. सीएम विष्णुदेव साय ने घटना की निंदा करते हुए जल्द से जल्द आरोपी को गिरफ्तारी कर मुकेश चंद्राकर और उसके परिवार को न्याय दिलाने की बात कही.

छत्तीसगढ़ के पत्रकारों में आक्रोश, रैली निकालकर जताया विरोध: छत्तीसगढ़ में पहली बार किसी पत्रकार की हत्या हुई. इस घटना के बाद प्रदेश के पत्रकार आक्रोशित है. पत्रकारों ने कलम की ताकत को दबाने का आरोप लगाते हुए प्रदेशभर में प्रदर्शन किया. कई जगह रैली निकाली गई. रायपुर प्रेस क्लब के सदस्य पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर राज्यपाल को ज्ञापन देने पहुंचे. लेकिन उन्हें बाहर ही रोक दिया गया. जिसके बाद पत्रकार गेट नंबर 3 के सामने धरने पर बैठ गए. रायपुर, दुर्ग भिलाई, बीजापुर, कोरबा, बस्तर में पत्रकारों ने कैंडल जलाकर मुकेश चंद्राकर को श्रद्धांजलि दी.

5 जनवरी को हैदराबाद से सुरेश चंद्राकर गिरफ्तार: आरोपी ठेकेदार और मुख्य आरोपी की तलाश में लगी बीजापुर पुलिस की साइबर टीम और एसआईटी ने हैदराबाद से आरोपी सुरेश चंद्राकर को गिरफ्तार किया. आरोपी को पुलिस अपने साथ बीजापुर लेकर पहुंची है. उससे पूछताछ की जा रही है.

ड्राइवर के ठिकाने पर छिपा था सुरेश चंद्राकर: बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर हैदराबाद में अपने ड्राइवर के ठिकाने पर छुपा हुआ था. पुलिस ने मुख्य आरोपी तक पहुंचने के लिए 200 सीसीटीवी कैमरे खंगाले और तकरीबन 300 मोबाइल नंबर को ट्रेस किया. तब जाकर मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर गिरफ्तार किया जा सका.

मुकेश के लीवर और हार्ट में गहरे चोट के निशान: मुकेश चंद्राकर की प्राइमरी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक उसके लीवर में 7 से 8 जगह गहरे चोट के निशान है. हार्ट में भी गहरी चोट लगने से मौत होने के बारे में बीजापुर जिला अस्पताल की सिविल सर्जन रामटेके ने बताया है.

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