शिक्षणेत्तर रत्न सम्मान हेतु नामों पर विचार हेतु आज हुई बैठक
बलराम मौर्य/ बालजी दैनिक
अयोध्या। शिक्षणेत्तर कर्मचारी महासंघ के तत्वाधान में आगामी 28 दिसंबर को प्रदेशीय सम्मेलन, शैक्षिक संगोष्ठी एवं शिक्षणेत्तर सम्मान समारोह का आयोजन एम.एल.एम.एल. इण्टर कॉलेज अयोध्या में हो रहा है, जिसकी तैयारी को लेकर प्रदेश कार्यसमिति की वर्चुअल बैठक सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार द्विवेदी, संचालन अवधेश मिश्र ने करते हुए बताया कि सम्मेलन के मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश सरकार के परिवहन मंत्री माननीय दयाशंकर सिंह जी एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ० राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० प्रतिभा गोयल, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा के शिक्षा निदेशक डॉ० महेन्द्र देव, अपर शिक्षा निदेशक सुरेन्द्र कुमार तिवारी, अयोध्या मंडल के संयुक्त शिक्षा निदेशक योगेन्द्र कुमार सिंह, नवम् मण्डल अयोध्या के उप शिक्षा निदेशक डॉ० ओमप्रकाश गुप्ता जनपद अयोध्या के जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ० पवन कुमार तिवारी, सह जिला विद्यालय निरीक्षक अवनीश कुमार पाण्डेय, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार राय, वित्त एवं लेखाधिकारी माध्यमिक शिक्षा अनुपम कुमार सहित अन्य कई गणमान्य महानुभाव शामिल हैं। कार्यक्रम का शुभारंभ नगर निगम अयोध्या के माननीय महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी जी के पावन सानिध्य में होगा। शिक्षणेत्तर कर्मचारी महासंघ द्वारा प्रदेश स्तर पर 11 सर्वोत्कृष्ट शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को शिक्षणेत्तर रत्न सम्मान एवं 51 उत्कृष्ट शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को “उत्कृष्ट शिक्षणेत्तर सम्मान” एवं अन्य सभी सेवानिवृत्त शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को सम्मानित किया जाएगा। शिक्षणेत्तर रत्न एवं उत्कृष्ट शिक्षणेत्तर सम्मान दिए जाने हेतु चयन समिति का गठन सर्वसम्मति से किया गया। चयन समिति में प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार द्विवेदी, कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष आलोक सिंह चौहान व रामचंद्र श्रीवास्तव, कोर कमेटी सदस्य एवं उन्नाव जिलाध्यक्ष महेश कुमार शुक्ल एवं देवरिया जिलाध्यक्ष विनोद सिंह शामिल किए गए है। चयन समिति के सदस्यों को शिक्षणेत्तर रत्न सम्मान हेतु प्राप्त नामों पर विचार हेतु 27 दिसंबर को बैठक होगी जिसमें अंतिम रूप दिया जाएगा। प्रदेशीय सम्मेलन विचार, विचार गोष्ठी एवं शिक्षणेत्तर सम्मान समारोह की सफलता के लिए मंडल प्रभारियों को विशेष जिम्मेदारी सौंप गयी है। शिक्षणेत्तर कर्मचारी महासंघ के प्रदेशीय पदाधिकारियों द्वारा उच्च, माध्यमिक, तकनीकि एवं बेसिक शिक्षा के शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को अधिक से अधिक संख्या में सम्मेलन में प्रतिभाग करने का आह्वान किया गया है।