गौमाता ब्रह्मांड की संरक्षक,ग्राम विकास और सनातन धर्म का प्रतीक

प्रयागराज १८ जनवरी
बीके यादव/बालजी दैनिक
महाकुंभ मेला सेक्टर 18 हरिशचंद्र मार्ग पर अखिल भारतीय झाड़ी हनुमान खालसा के शिविर मे 108 महामंडलेश्वर रामकिशोर दास महाराज के संरक्षण में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अखिल भारती झाड़ी हनुमान खालसा मंच के माध्यम से रामविहारी महेन्दले ने कार्यक्रम का कुशल संचालन किया। इसमें संत कमलानंद महाराज (पूर्व IAS अधिकारी डॉ. कमल टावरी), OSD विक्रांत पांडेय,और देशभर से आए संतों, वॉलंटियर्स और श्रद्धालुओं ने भाग लिया। इस आयोजन में गौमाता के संरक्षण,ग्राम विकास, सनातन धर्म के उत्थान और पर्यावरण संरक्षण पर गहन चर्चा की गई। साथ ही यह घोषणा की गई कि यह पहल पत्रकार प्रेरित, पर्यावरण पूरक और स्वाभिमानी मॉडल पर आधारित होगी जिसमें वॉलंटियर्स की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। संत कमलानंद महाराज ने कहा:”गौ संरक्षण, ग्राम विकास और सनातन धर्म के उत्थान के लिए जो मॉडल अपनाया जाएगा, वह पत्रकारों और वॉलंटियर्स द्वारा प्रेरित, पर्यावरण के अनुकूल और समाज के स्वाभिमान को बढ़ाने वाला होगा। यह पहल न केवल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त करेगी, बल्कि समाज में आत्म निर्भरता और सम्मान का भी भाव जागृत करेगी।”पत्रकार समाज को जागरूक करने और गौ संरक्षण के महत्व को जन-जन तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाएंगे। मीडिया के माध्यम से इस अभियान को व्यापक स्तर पर प्रचारित किया जायेगा।गौमाता से प्राप्त गोबर और गौमूत्र का उपयोग जैविक खेती और ऊर्जा उत्पादन में किया जायेगा।यह पहल जलवायु परिवर्तन और भूमि की उर्वरता में सुधार का साधन बनेगी। गौमाता आधारित यह मॉडल पत्रकारों की प्रेरणा, वॉलंटियर्स के समर्पण और समाज की भागीदारी से सफल होगा। यह पर्यावरण के अनुकूल और स्वाभिमान से भरपूर है। इसे सरकारी सहायता की आवश्यकता नहीं है क्योंकि यह पूरी तरह से समाज की शक्ति और जागरूकता पर आधारित होगा।कार्यक्रम के अंत में सभी संतों, वॉलंटियर्स और श्रद्धालुओं ने गौ संरक्षण, ग्राम विकास और पर्यावरण पूरक मॉडल को सफल बनाने का सामूहिक संकल्प लिया