स्वर्णिम भारत ज्ञान कुंभ पंडाल पहुंचे सांसद उज्जवल रमण सिंह
महाकुंभ नगर २३ जनवरी
बीके यादव/बालजी दैनिक
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा कुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर 7 स्थित, आत्म परिवर्तन से विश्व परिवर्तन को दर्शाती “स्वर्णिम भारत ज्ञान कुंभ” पंडाल की सुंदर झांकियां, लेजर शो और राजयोग के प्रैक्टिकल एक्सपीरियंस की सुविधाएं कुंभ मेला क्षेत्र में आने वाले लोगों के बीच कौतूहल का विषय बनी हुई है। इस दौरान स्वर्णिम भारत पंडाल में लगी 25 फीट ऊंची चैतन्य देवियों की झांकी जो की प्रतिदिन शाम 5:00 से 9:00 तक दिखाई जाती है, मेले में विशेष आकर्षण का केंद्र है। झांकियां का आनंद लेने के लिए देसी दर्शकों के साथ विदेशी दर्शकों का भी आना लगा रहता है। कनाडा, मेक्सिको, रूस, यूक्रेन, जापान आदि देशों के तीर्थ यात्रियों ने स्वर्णिम भारत पंडाल में लगी लक्ष्मी नारायण के दरबार की झांकी, सतयुग की झांकी तथा श्री कृष्ण के बाल रूप की झांकी की बहुत-बहुत प्रशंसा की।
इस दौरान स्वर्णिम भारत पंडाल में आम जनमानस के साथ विशेष अतिथियों का भी आना लगा रहता है जिसमें उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, लक्ष्मण प्रसाद आचार्य राज्यपाल असम, प्रयागराज के सांसद उज्जवल रमण सिंह, निवर्तमान सांसद श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी, विधायक मनोज सिंह, रसिक पीठाधीश्वर श्री 1008 महामंडलेश्वर जन्मेजय शरण जी महाराज, 1008 श्री महामंडलेश्वर रामदास जी महाराज सहित कई प्रशासनिक हस्तियां भी झांकियों का अवलोकन करने आती रही हैं।
चैतन्य देवियों की झांकी में मुख्य अतिथि के तौर पर पधारे सांसद उज्जवल रमण सिंह ने पूरे पंडाल का अवलोकन किया एवं ब्रह्माकुमारी बहनों को प्रयागराज की भूमि पर इतना सुंदर मेला लगाने के लिए हार्दिक धन्यवाद ज्ञापित किया।
उन्होंने कहा की मातृशक्ति को यदि आगे रखा जाए तो क्या परिवर्तन कर सकती हैं यह यदि किसी को देखना है तो उन्हें प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय में एक बार अवश्य आना चाहिए।
सांसद को ब्रह्माकुमारीज के स्पिरिचुअल एप्लीकेशन एंड रिसर्च सेंटर प्रभाग द्वारा लगाई गई विचारों के प्रवाह को नापने वाली मशीन का अनुभव कराया गया तथा उन्हें लाइव मेडिटेशन का अनुभव भी कराया गया।
जौनपुर विधायक मनोज सिंह, चैतन्य देवियों की झांकी में आरती करने के लिए मुख्य अतिथि के रूप में पधारे। उन्होंने कहा कि वह ब्रह्माकुमारीज के ज्ञान से पहले से परिचित हैं। यहां आकर सत्य की खोज पूरी हो जाती है तथा लोगों को यहां आकर राजयोग का कोर्स करने के लिए कहा।
पंडाल इंचार्ज तथा ब्रह्माकुमारीज की क्षेत्रीय संयोजिका मनोरमा दीदी ने बताया कि पंडाल में त्रिदिवसीय राजयोग शिविर नियमित रूप से चलाया जा रहा है जिसमें लोगों को राजयोग की बारीकियां के बारे में बताया एवं अनुभव कराया जा रहा है तथा यह पूर्णतया निःशुल्क है।