संयमित जीवन शैली से ही होगा मघुमेह का बचाव – डाॅ0 के0के0 मौर्य
बलराम मौर्य/ बालजी दैनिक
मयाबाजार अयोध्या। मधुमेह एक लाईफ स्टाईल में गड़बड़ी की वजह से होने वाली बीमारी है। मधुमेह या डायबिटीज एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर के रक्त में ग्लूकोज का स्तर सामान्य से अधिक हो जाता है। यह तब होता है। जब शरीर या तो पर्याप्त मात्रा में इन्सुलिन का उत्पादन सही ढंग से नही कर पाता है। इन्सुलिन एक हारमोन्स है जो रक्त में सुगर के स्तर को नियंत्रित करता है। मधुमेह टाइप 1, टाइप 2 और गर्भावाधि मधुमेह होने के कारण आनुवांशिक कारण अधिक वजन भोजन और जीवन शैली आदि के चलते मधुमेह रोगियों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इन्सुलिन की कमी हारमोनल परिवर्तन तनाव अत्याधिक दवाओं का सेवन। आज के दौर में उम्र का कोई मतलब नही रह गया है मधुमेह किसी भी उम्र में हो रहा है। बच्चे युवा वृद्ध आदि सभी इस रोग से अछूते नहीं है । मधुमेह में व्यक्ति अपने जीवन शैली व खान पान में परिवर्तन करके इससे बच सकता है। मोटा आनाज, दाल, बीन्स, हरी पत्तेदार सब्जियां फाइबर युक्त भोजन के माध्यम से किया जा सकता है। व्यायाम योग के माध्यम से जिसमे तैराकी ,साइकिलिंग ,डांस , मार्निंग वाक, सूर्य नमस्कार , बज्र आसन, धनुरासन , कपाल भाति , अनुलोम विलोम, आदि के माध्यम से मधुमेह को कम किया जा सकता है।