सरकारी दावा हुआ हवा हवाई।
सीतापुर राकेश पाण्डेय। जिला मुख्यालय पर स्थित नगर पालिका परिषद हो या ग्रामीण क्षेत्रों में सभी रोडों को इकतिस अक्टूबर 2024 तक गड्ढा मुक्त रोड इकतिस अक्टूबर तक बनाया जाना था, परन्तु आज भी सीतापुर नगर पालिका क्षेत्र में अग्रवाल पब्लिक स्कूल से पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष व पूर्व विधायक के घर तक सीतापुर मधवापुर मार्ग से मोहल्ला ब्रह्मपुरी वीरू मिश्रा के घर तक खैराबाद ब्लाक में मधवापुर चौराहे से गद्दीपुर बहादुरपुर तक रोड़े काफी पहले की बनी हुई थी।इन रोडो पर डामर व पतली गिट्टी गायब हो चुकी है ऐसे में गड्ढा मुक्त रोड़ अपने आप हो चुकी है।जब रोड पर से एक परत की डामर गिट्टी ही गायब हो गई है तो ऐसे में आम नागरिकों को मोटे पत्थरों वाली गिट्टी पर से सभी वाहनों को निकलना हो रहा है।
सरकारें चाहें जिसकी रहीं हों।शहर के किनारे के मोहल्लों को केवल मतदान के समय मतदाताओं को याद किया जाता है। सुविधाओं के नाम पर बीस – बीस वर्ष पहले बन चुकी रोड़ों पर दोबारा डामर नहीं डाला गया। ब्रह्मपुरी मोहल्ले में पूर्व सांसद राजेश वर्मा के निधि से वर्ष 2003 में यह रोड़ बनवाई गई थी मधवापुर चौराहे से गद्दीपुर तक पूर्व विधायक राधेश्याम जायसवाल की निधि से 2008 में रोड बनवाई गई थी वैसे सीतापुर में काफी रोडें क्षतिग्रस्त हैं मधवापुर चौराहे से मछरेहटा मार्ग भी गड्ढा मुक्त नहीं हो सका है।
क्या सरकारी दावा हवा हवाई हो गया या कागजों पर सभी रोड गड्ढा मुक्त हो चुकी हैं लोगों के जेहन में यह प्रश्न उमड़ रहा है। क्या अब आम जनमानस को गड्ढा युक्त सड़कों से ही अपने गंतव्य की ओर जाना पड़ेगा।देखना अब यह है कि शासन इन रोड़ों को आगे बनवाने का कार्य करता है या आम नागरिकों को पत्थर वाली मोटी गिट्टी वाली रोड़ों पर से ही निकलना होगा।