कमिश्नर के निर्देश पर डीएम ने परिवहन निगम के अधिकारियों को तलब कर लगाई फटकार
अनिल कुमार द्विवेदी
बी न्यूज दैनिक
गोण्डा। मंडलायुक्त देवीपाटन मंडल शशिभूषण लाल सुशील के कुशल मार्गदर्शन और सख्त निर्देशों के परिणामस्वरूप जनता की एक लंबित शिकायत का समाधान 11 दिसंबर को कुछ ही मिनटों में संभव हो सका। मामला उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की एक बस से जुड़ी पांच महीने पुरानी शिकायत का था, जिसे आईजीआरएस पोर्टल पर दर्ज किया गया था। शिकायतकर्ता देवेंद्र कुमार ने आरोप लगाया था कि 1 जुलाई 2024 को कैसरबाग डिपो की बस (नंबर UP41AT-7565) के परिचालक ने शासनादेश का हवाला देकर अभद्र भाषा का प्रयोग किया और चिलचिलाती धूप में करनैलगंज-गोंडा मार्ग पर निर्धारित स्थान से पहले ही उतार दिया। इस मामले की शिकायत परिवहन विभाग के अधिकारियों के पास लंबित थी।
मंडलायुक्त के निर्देश पर डीएम ने की कार्रवाई
मंडलायुक्त शशि भूषण लाल सुशील ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी नेहा शर्मा को निर्देश दिए कि तत्काल कार्रवाई कर शिकायत का समाधान सुनिश्चित किया जाए। मंडलायुक्त के निर्देश पर जिलाधिकारी ने परिवहन निगम के अधिकारियों को तलब किया। 10 दिसंबर को शिकायतकर्ता, आरोपी परिचालक, और परिवहन निगम के अधिकारी जिलाधिकारी कार्यालय में उपस्थित हुए। बैठक के दौरान दोनों पक्षों को अपनी बात रखने का मौका दिया गया। आरोपी परिचालक ने अपनी गलती स्वीकार की और भविष्य में ऐसी गलती न करने का लिखित और मौखिक आश्वासन दिया। शिकायतकर्ता ने आरोपी की माफी स्वीकार कर ली। जिलाधिकारी ने परिचालक को कड़ी चेतावनी देते हुए जनहित के प्रति सतर्क रहने के निर्देश दिए। मंडलायुक्त के सख्त रवैये और जिलाधिकारी के त्वरित हस्तक्षेप के चलते यह मामला कुछ ही मिनटों में सुलझ गया। मंडलायुक्त शशि भूषण लाल सुशील ने सभी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जन शिकायतों का समयबद्ध और प्रभावी समाधान प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रशासन की साख जनता की संतुष्टि में निहित है। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने भी अधिकारियों को चेतावनी दी कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मंडलायुक्त और जिलाधिकारी के सख्त रुख ने यह संदेश दिया है कि प्रशासन जनता की समस्याओं के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है।