उत्तर प्रदेश

डॉ भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर निबंध लेखन के हुए विविध कार्यक्रम और प्रमाण पत्र का वितरण कार्यक्रम संपन्न हुआ

बाबा साहब अंबेडकर एक स्वतंत्र चिंतक और समाजसेवी, डॉ भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर, अवधसरण तिवारी स्मारक पब्लिक स्कूल परसदा बेलसर में निबंध लेखन के हुए विविध कार्यक्रम और प्रमाण पत्र का वितरण अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के द्वारा विद्यालय में बने हाल में कार्यक्रम माननीय प्रबंधक श्री अकबाल बहादुर तिवारी और विद्यालय प्रशासक श्री लोकपति तिवारी के नेतृत्व में हुआ संपन्न ।

शिवकुमार पाण्डेय गुरूजी/ बी न्यूज हिंदी दैनिक…
परसदा बेलसर तरबगंज...
अवधशरण तिवारी स्मारक पब्लिक स्कूल परसदा बेलसर में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के परि निर्माण दिवस के अवसर पर निबंध लेखन प्रतियोगिता कक्षा 6 से लेकर के 12 तक के बच्चों ने भाग लिया और जब उसका मूल्यांकन किया गया तो उनके बारे में निम्न बिंदुओं पर कुछ बच्चों ने बहुत बेहद तरीके से व्याख्या किया,
बाबा साहब अंबेडकर का(1891_1956) महू मे हुआ था ।
इनके पिताजी का नाम रामजी मोलाली, माताजी का नाम भीमा बाई और पत्नी का नाम रमाबाई था ।
इनके बारे में कुछ जानकारियां प्रमुख रूप से हैं। यह भारतीय संविधान के ड्राफ्टिंग कमेटी के अध्यक्ष रहे हैं।
ये भारत के पहले कानून मंत्री ,दहेज प्रथा और बाल विवाह के प्रबल विरोधी और नौ भाषाओं के जानकारी के साथ-साथ अर्थशास्त्र से पीएचडी किया ।
. लंदन के पोट्रेट गैलरी में कार्ल मार्क्स के साथ इनका लगा हुआ फोटो जो ये सिद्ध करता है कि यह पहले भारतीय बने ।
समाज सेवा के रूप में जहां फैक्ट्रियों में 12 से 14 घंटे तक काम लिया जता था ,उसको घटा करके उन्होंने 8 घंटा किया ।
श्रमिक कानून बनाया और इसके साथ-साथ बौद्ध धर्म 1956 में अपनाया ।
. भीमराव अंबेडकर का उपनाम बाबा साहब अंबेडकर के रूप में जाना जाता है
इनकी प्रमुख रचनाएं’ बुद्ध और उनका धम्म’
. बाबा साहब की राजनीतिक पार्टी शेड्यूल कास्ट एंड फेडरेशन, स्वतंत्र श्रमिक पार्टी, रिपब्लिक पार्टी आफ इंडिया ,आदि था
बाबा साहब अंबेडकर को 1956 में बुद्ध सत्य ,1990 में भारत रत्न, महानतम पुरुष भारतीय पुरास्कर 1912 में दिया गया।
बाबा साहब की मृत्यु 6दिसंबर 1956 को दिल्ली में हुआ ।
इसी कार्यक्रम के परिपेक्ष्य में आज विद्यालय के हाल में विद्यालय के प्रशासक श्री लोकपति तिवारी जी व्यवस्थापक के रूप में माननीय प्रबंधक अकबाल बहादुर तिवारी जी और वरिष्ठ अध्यापक गण की उपस्थिति में बच्चों को प्रमाण पत्र वितरित किया गया और माननीय प्रबंध जी ने बच्चों को डॉक्टर भीमराव अंबेडकर से प्रेरणा लेकर के उन्हीं की तरह सच मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया।

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