उत्तर प्रदेशप्रयागराज

मुक्त विश्वविद्यालय महाकुंभ में श्रद्धालुओं की हर संभव सेवा एवं सहायता को तत्पर

कुम्भ गाइड प्रशिक्षण कार्यशाला में स्वयंसेवकों को दी जिम्मेदारी

प्रयागराज 03.01.2025
बीके यादव/ बालजी दैनिक

उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज के लोकमान्य तिलक शास्त्रार्थ सभागार में शुक्रवार को कुंभ गाइड प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि मुक्त विश्वविद्यालय महाकुंभ क्षेत्र में आने वाले स्नानार्थियों की मदद के लिए गाइड तैयार करवा रहा है। जो कुंभ क्षेत्र में रहकर लोगों को सहायता प्रदान करेंगे। उन्होंने इसके लिए विद्यार्थियों को सामाजिक कर्तव्य में अपनी पूर्ण भागीदारी देने के लिए प्रेरित किया । उन्होंने प्रयागराज के लोगों और विश्वविद्यालय के छात्रों, कर्मचारी एवं शिक्षकों को भाग्यशाली बताया। कहां कि हमें विश्वविख्यात कुंभ मेले की मेजबानी करने का सुअवसर मिल रहा है । ऐसे सुअवसर में हमारा विश्वविद्यालय परिवार महाकुंभ में आए हुए श्रद्धालुओं की हर संभव सहायता एवं सेवा कर अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन कर सकता है। प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि यहां प्राप्त होने वाला प्रशिक्षण कुंभ में आने वाले लोगों की सहायता के साथ-साथ सभी प्रशिक्षुओं के लिए आजीवन उपयोगी होगा। प्रयागराज महाकुम्भ 2025 के दृष्टिगत मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को प्रमुख सहायता शिविरों तक पहुंचाने में गाइड की भूमिका अत्यन्त महत्वपूर्ण होगी।
इस अवसर पर मुख्य प्रशिक्षक उषा कुशवाहा, भारत स्काउट एंड गाइड ने कहा कि महाकुम्भ का महत्व आध्यात्मिक व धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। देश विदेश के श्रद्धालु आस्तिक बुद्धि के साथ कुम्भ में स्नान कर पुण्य लाभ अर्जन के लिए आते हैं। वे स्नान के साथ-साथ प्रयागराज के आस पास के तीर्थ स्थलों का भ्रमण एवं उसकी जानकारी भी प्राप्त करना चाहतें है। इस बारे में प्रशिक्षक सुश्री उषा कुशवाहा ने द्वादश माधव, समुद्र गुप्त, उल्टा किला, मनकामेश्वर मंदिर, हार्टकेश्वरनाथ, नागवासुकी, कोटेश्वर महादेव, अलोपशंकरी आदि के विषय में प्रशिक्षुओं को जानकारी उपलब्ध करायी। गाइड जिसका मकसद युवाओं में आत्मनियंत्रण, समाज सेवा और देशभक्ति जैसे मूल्यों को विकसित करना होता है जो युवाओं को अच्छे नागरिक बनाने के लिए तैयार करता है। कुंभ गाइड का उद्देश्य चरित्र का गठन, स्वस्थ आदतों का निर्माण,हस्तकला में प्रशिक्षण और उपयोगी कौशल हासिल करना तथा सेवा की एक उचित भावना विकसित करना है। कुंभ गाइड हनुमान मंदिर बंधवा, कंट्रोल रूम, ट्रैफिक कंट्रोल, झूंसी पुल, चुंगी बस स्टैंड, सिविल लाइन,रेलवे स्टेशन, संगम, वीआईपी घाट,संगम नोज, प्राथमिक सहायता केंद्र, पूछताछ केंद्र,आपदा राहत आदि प्रमुख स्थानों पर सहायता करने के लिए लगाये जाएं।
कार्यशाला के प्रारंभ में वाचिक स्वागत एवं विषय प्रवर्तन कार्यक्रम समन्वयक आचार्य विनोद कुमार गुप्त ने किया । कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर छत्रसाल सिंह ने तथा धन्यवाद ज्ञापन आयोजन सचिव डॉ दिनेश सिंह ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया। इस अवसर पर निदेशकगण, आचार्यगण, सह आचार्यगण, सहायक आचार्यगण सहित शोधार्थी एवं प्रशिक्षु उपस्थित रहे।

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