कार्यवाही होने के बाद भी नहीं थमा अवैध क्लीनिकों का संचालन

एस के सपेरा बंगाली डॉक्टर जारी रखे है कार्यवाही के बाद भी अपना संचालन
ब्यूरो रिपोर्ट अनूप पाण्डेय
जहा एक तरफ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वास्थ्य को प्राथमिकता बताते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी को कड़े निर्देश दिए है कि कोई भी झोलाछाप डॉक्टर अपना हॉस्पिटल संचालित न करने पाए जिसके बाद सीएमओ द्वारा टीम गठित की गई लगातार छापेमारी की जा रही है वही दूसरी झोलाछाप डॉक्टर स्वास्थ्य विभाग को चुनौती दे रहे है कि हमे कार्यवाही का कोई डर नहीं है
जनपद सीतापुर में कार्यवाही होने के बावजूद भी झोलाछाप बंगाली डॉक्टर अपना संचालन जोरो शोरो से जारी रखे है हम बात कर रहे है सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र महोली के काटरगंज की जहा एस के सपेरा नाम के बंगाली डॉक्टर अपना क्लीनिक संचालित कर रहे है जिनके क्लीनिक का न तो रजिस्ट्रेशन न ही कोई डॉक्टर मरीजों को बेहतर इलाज का हवाला देकर अपनी जेब भरने में लगे है बीते कुछ दिनों पहले स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा छापेमारी की गई थी और एसीएमओ डॉ अनूप श्रीवास्तव ने क्लीनिक को बंद करने की कार्यवाही की थी मगर उसके बाद भी डॉक्टर एस के सपेरा अपने क्लीनिक का संचालन यूंही जारी रखे है अब सवाल यह खड़ा होता है कि किसके संरक्षण में एस के सपेरा जो कि खुद को प्रशिक्षित डॉक्टर बताते है जिन्हें स्वास्थ्य विभाग की चेतावनी की कोई परवाह नहीं है और धड़ल्ले से अपने क्लीनिक का संचालन जारी रखे है स्वास्थ्य विभाग कार्यवाही करता है या औपचारिकता ये सवाल आम जनमानस के जहन में बना हुआ है ।