अवध विवि में संविधान दिवस के उपलक्ष्य में अंतर महाविद्यालयीय प्रतियोगिताओं का आयोजन
भारत का संविधान हमारे अधिकारों की घोषणा करता हैः कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल
बलराम मौर्य/ बालजी दैनिक
अयोध्या। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की कुलाधिपति एवं प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल के निर्देशक्रम में संविधान दिवस के उपलक्ष्य में परिसर के विधि विभाग में अंतर महाविद्यालयीय भाषण, रंगोली, पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। गुरूवार को आयोजित भाषण प्रतियोगिता में संजीवनी विधि महाविद्यालय बहराइच के छात्र सूफीयान खान ने प्रथम स्थान प्राप्त किया जबकि कमला नेहरू विधि संस्थान सुल्तानपुर की कनक त्रिपाठी द्वितीय स्थान तथा एल०बी०एस०पी०जी० कॉलेज गोंडा की प्रिया शुक्ला तृतीय स्थान पर रही। वहीं पेंटिंग प्रतियोगिता में आचार्य नरेंद्र देव पी०जी० कॉलेज की शुभी वर्मा प्रथम स्थान पर रही, जबकि संजीवनी विधि महाविद्यालय बहराइच की बबिता मिश्रा द्वितीय स्थान पर तथा एल०बी०एस० पी०जी० कॉलेज गोंडा की प्रियांशी साहू तृतीय स्थान पर रही। दूसरी ओर रंगोली प्रतियोगिता में कमला नेहरू विधि संस्थान सुल्तानपुर के कृष्णा मिश्रा प्रथम स्थान पर रहे, जबकि किसान पी०जी० कॉलेज बहराइच की आकृति श्रीवास्तव द्वितीय स्थान पर तथा जी०एस ०कॉलेज आफ लॉ खजुरहट अयोध्या के अमन तृतीय स्थान पर रहे। विजेता प्रतिभागियों को कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल ने कौटिल्य प्रशासनिक भवन के सभागार में प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया। कुलपति ने कहा कि भारत का संविधान जहाँ एक ओर हमारे अधिकारों की घोषणा करता है, वहीं दूसरी ओर कर्तव्य भी अधिरोपित करता है। संविधान के अध्येताओं को कर्तव्योन्मुख होकर राष्ट्रहित में एक जिम्मेदार नागरिक बनना चाहिए। प्रो0 गोयल ने कहा कि संविधान दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों का श्रंखलाबद्ध परिणाम होता है। इससे जो ज्ञानार्जन होता है उससे असंख्य लोग लाभान्वित होते हैं। उन्होंने प्रतिभागियों एवं विजेताओं के उज्जवल भविष्य की कामना की। प्रतियोगिता के नोडल अधिकारी एवं विधि संकायाध्यक्ष प्रो० अशोक कुमार राय ने बताया कि राजभवन में अंतर विश्वविद्यालयीय प्रतियोगिता में विजेताओं को प्रतिभाग करना है। इसकी सूचना शीघ्र ही विजेताओं को दी जायेगी। प्रतियोगिता के निर्णायक एसोसिएट प्रोफेसर डॉ० अजय कुमार सिंह ,डॉ० अनिल यादव ,डॉ० संतोष पांडेय ,डॉ० विवेक सिंह ,वंदना गुप्ता, डॉ० सुमन लाल रही।