मिशन नवशक्ति 2.0 के अंतर्गत सजावटी मछली पालन के क्षेत्र में कौशल विकास व उद्यमशीलता कार्यक्रम का आयोजन

ब्यूरो रिपोर्ट अनूप पाण्डेय
मिशन नवशक्ति 2.0 के तहत आईसीएआर-एनबीएफजीआर ने सीतापुर जिले के कटिया स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में अनुसूचित जाति की महिलाओं के लिए कौशल और उद्यमिता विकास कार्यक्रम आयोजित किया।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में सरैयामाफी, खिदरियापुर, रामाभारी, मिश्रिख, भगवंतपुर एवं भगतपुरवा गांवों में स्थित 09 स्वयं सहायता समूहों लक्ष्मी, अनामिका, बुद्धपूर्णिमा, राखी, शारदा, डॉ भीमराव अंबेडकर, दुर्गा तथा मोहिनी की 25 महिला प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिसमें उन्हें सजावटी मछली पालन तथा एक्वैरियम निर्माण में प्रशिक्षण दिया गया और प्रशिक्षण के सफल अनुप्रयोग पर सजावटी मछली व्यापार की सम्भावनाओं से अवगत कराया गया। उन्हें इसके लिए समस्त अवश्यक सामग्री भी दी जा रही है | इस अभियान में नेशनल ब्यूरो ऑफ फिश जेनेटिक रिसोर्सेज (एनबीएफजीआर) और नॉलेज पार्टनर्स एक्वावर्ल्ड लखनऊ और हाईटेक फिश फार्म और किसान ज्ञान केंद्र बाराबंकी द्वारा एससी समुदाय के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए आईसीएआर की एससीएसपी परियोजना के अंतर्गत सजावटी मछली पालन को आजीविका के एक स्थायी स्रोत के रूप में विकसित किया जा रहा है। यह उद्यम वित्तीय स्वतंत्रता की दिशा में एक नया मार्ग प्रशस्त कर रहा है, जिससे ग्रामीण महिलाओं को अपने समुदायों में कौशल और आय का स्रोत विकसित करने का आत्मविश्वास मिल रहा है।
कार्यक्रम का मार्गदर्शन संस्थान के निदेशक डॉ यू. के. सरकार, तथा संयोजन एस सी एस पी नोडल अधिकारी डॉ पूनम जयंत सिंह द्वारा किया गया| कार्यक्रम केवीके, कटिया के सहयोग से आयोजित किया गया जहाँ प्रभारी डॉ. दयाशंकर श्रीवास्तव, डॉ. आनंद सिंह, डॉ. अखिलेश मिश्रा और श्री विकास कुमार उपस्थित रहे।