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UP से चुने जाने वाले पहले राष्ट्रपति थे रामनाथ कोविंद, आज मना रहे 79वां जन्मदिन

 

आज यानी की 01 अक्तूबर को पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपना 79वां जन्मदिन मना रहे हैं। रामनाथ कोविंद का जन्म 01 अक्तूबर 1945 को उत्तर प्रदेश के कानपुर के परौंख गांव में हुआ था। वह दलितों के कोली समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। वह उत्तर प्रदेश से चुने गए पहले राष्ट्रपति हैं। बता दें कि उन्होंने 25 जुलाई 2017 को भारत के राष्ट्रपति का कार्यभार संभाला था। तो आइए जानते हैं उनके बर्थडे के मौके पर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में…

राजनीति में सक्रियता

देश के राष्ट्रपति बनने से पहले वह बिहार के राज्यपाल भी रह चुके हैं। बता दें कि रामनाथ कोविंद करीब 30 सालों से ज्यादा समय से राजनीति में सक्रिय रहे हैं। कोविंद ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत से ही पिछड़े वर्ग, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यकों और महिलाओं के लिए संघर्ष किया है। इसके अलावा वह भाजपा दलित मोर्चा और अखिल भारतीय कोली समाज के अध्यक्ष रह चुके हैं और वह भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता रह चुके हैं। रामनाथ कोविंद उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी का सबसे बड़ा दलित चेहरा माने जाते थे।

 

दिल्ली HC और सुप्रीम कोर्ट में वकालत

बता दें कि LLB की पढ़ाई करने के बाद रामनाथ ने IAS की तैयारी शुरूकर दी। उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा पास की। लेकिन IAS कैडर न मिलने की वजह से रामनाथ कोविंद ने वकालत करने का फैसला किया। उन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में वकालत भी की। फिर साल 1977 से लेकर 1979 तक रामनाथ ने दिल्ली हाईकोर्ट में केंद्र सरकार के वकील रहे। जबकि साल 1980 से लेकर 1993 तक सुप्रीम कोर्ट में वकालत की।

 

राजनीतिक सफर

साल 1990 में बीजेपी में शामिल हुए और लोकसभा का चुनाव लड़ा था। लेकिन इस चुनाव में उनको हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन साल 1993 और 1999 में भाजपा ने उनको राज्यसभा भेजा। वहीं साल 2007 में रामनाथ कोविंद ने बोगनीपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन इस चुनाव में भी उनको जीत नहीं मिली। जिसके बाद उनको यूपी बीजेपी संगठन में सक्रिय किया गया। साथ ही इसी दौरान उनको प्रदेश महासचिव पद की जिम्मेदारी सौंपी गई। फिर रामनाथ कोविंद को बिहार राज्य का राज्यपाल बनाया गया।

 

पूर्व पीएम के निजी सचिव

एक वकील के तौर पर रामनाथ कोविंद ने हमेशा कमजोरों और गरीबों की मदद की। इसके लिए पूर्व राष्ट्रपति कोविंद ने फ्री लीगल एड सोसाइटी के बैनर तले खासकर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के लोगों, महिलाओं, जरूरतमंदों और गरीबों की मदद करते थे। बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी होगी कि साल 1977 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने से पहले वह पूर्व कांग्रेस प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के निजी सचिक के रूप में कार्य कर चुके हैं।

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