रानी रेवती देवी में हर्षोल्लास एवं धूमधाम से मनाया गया गणतंत्र दिवस का पर्व
सामाजिक विकास के लिए धर्म की एवं आत्म विकास के लिए आध्यात्म की आवश्यकता होती है- कपाली बाबा
एक ऐसा देश जहां के शासन तंत्र में सैद्धांतिक रूप से देश के सर्वोच्च पद पर आम जनता में से कोई भी व्यक्ति पदासीन हो सकता है उसी को गणतंत्र कहते हैं-डॉ प्रेम प्रकाश
प्रयागराज l विद्या भारती से संबद्ध काशी प्रांत के रानी रेवती देवी सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कॉलेज, राजापुर में 76वां गणतंत्र दिवस प्रधानाचार्य बांके बिहारी पांडे के संयोजन में बड़े ही हर्षोल्लास से आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवं हिंदी, अंग्रेजी एवं संस्कृत के सारगर्भित भाषणों के साथ समारोह पूर्वक मनाया गया l कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अघोरपीठ महा शमशान हरिश्चंद्र घाट, काशी एवं बाबा सत्यनाथ मठ, कादीपुर के पीठाधीश्वर अवधूत उग्र चंदेश्वर कपाली जी महाराज तथा अध्यक्ष के रूप मे क्रिश्चियन कॉलेज के भौतिक विभाग के प्राध्यापक एवं विद्या भारती के पूर्व छात्र डॉ प्रेम प्रकाश सिंह तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में विद्यालय समिति के अध्यक्ष डॉ आनंद कुमार श्रीवास्तव कोषाध्यक्ष शरद कुमार गुप्त, डॉक्टर विंध्यवासिनी प्रसाद त्रिपाठी, निदेशक बाल विकास संस्था एवं वरिष्ठ अधिवक्ता के. एन. कुमार सहित समस्त अतिथियों ने ध्वज फहराकर गणतंत्र दिवस समारोह की शुरुआत की l समस्त अतिथियों का स्वागत एवं सम्मान विद्यालय के प्रधानाचार्य बांके बिहारी पांडे ने किया l
विद्यालय के संगीताचार्य एवं मीडिया प्रभारी मनोज गुप्ता ने बताया कि मुख्य अतिथि के रूप में अपने उदगार व्यक्त करते हुए कपाली बाबा ने कहा कि सामाजिक विकास के लिए धर्म की एवं आत्म विकास के लिए आध्यात्म की आवश्यकता होती है, उन्होंने कुंभ के बारे में कहा कि कुंभ का मतलब है घड़ा या कलश, कुंभ को पवित्र कलश भी कहा जाता है यह साधु, संतों, गुरुओं और भक्तों के मिलन का एक बड़ा केंद्र है, यह मेला आस्था और ध्यान के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉक्टर प्रेम प्रकाश ने बताया कि एक ऐसा देश जहां के शासन तंत्र में सैद्धांतिक रूप से देश के सर्वोच्च पद पर आम जनता में से कोई भी व्यक्ति पदासीन हो सकता है इस तरह के शासन को गणतंत्र कहा जाता है, उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रम भी मानसिक विकास के लिए बहुत ही आवश्यक है l
इस अवसर पर विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने भव्य एवं मनोहारी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करके सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया l संस्कृति कृष्ण, कात्यायनी,अंशिका,श्रद्धा एवं इशिका केसरवानी ने “ऐसा देश हमारा जिसकी माटी पूजी जाती है”, एवं प्रियंका,खुशी,लकी,सृष्टि प्राची एवं किंजल ने “छोड़ो कल की बातें कल की बात पुरानी” तथा श्रेया शुक्ला ने “ए मेरे वतन के लोगों” गीत प्रस्तुत करके तथा शुभ्रा, वैष्णवी, जीवांशी एवं दीपांजलि ने अहिगिरि नंदिनी एवं महाभारत के प्रसंगों पर नृत्य प्रस्तुत करके तथा कक्षा अष्टम के छात्र भोलेनाथ दुबे ने तबले पर आकर्षक संगत करके एवं कक्षा सप्तम के छात्र उत्कर्ष गुप्ता ने सिंथेसाइजर पर अपनी उंगलियों के जादू से “संदेशे आते हैं” गीत प्रस्तुत करके कार्यक्रम में चार चांद लगा दिया l
आभार ज्ञापन विद्यालय के कोषाध्यक्ष शरद कुमार गुप्त ने एवं संचालन दिनेश शुक्ला एवं सत्य प्रकाश पांडे ने किया l