लखनऊ

यूपी में हाईवे सबसे ज्यादा, पर सड़क हादसे चिंताजनक: दयाशंकर

बोले परिवहन मंत्री, सड़क दुर्घटनाओं में 50 फीसद की कमी लाने का लक्ष्य

लखनऊ। प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह की अध्यक्षता में बुधवार को इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में सड़क सुरक्षा पखवाड़ा कार्यक्रम का समापन हुआ। उन्होंने कहा कि गांधी जयंती समारोह से शुरू होकर आज सड़क सुरक्षा पखवाड़े का समापन हो रहा है। आगे कहा कि मौजूदा परिस्थितियों में यह महत्वपूर्ण विषय है, क्योंकि जितनी मौतें पूर्व में कोरोनाकाल में नहीं हुई होंगी, उससे कहीं ज्यादा सड़क हादसों के चलते हो रही हैं और उसमें भी खासकर 18 से 35 साल के हमारे युवाओं की संख्या ज्यादा रहती है।

परिवहन मंत्री ने कहा कि यूपी 13 हाईवेज के साथ देश में सबसे अधिक हाईवेज वाला प्रदेश है, जिसमें से 06 हाईवेज बन चुके हैं और अन्य हाई-वेज पर कार्य तेजी से चल रहा है। हाईवेज बनने से आवागमन में सुगमता के साथ-साथ समय का भी बचाव हो रहा है। साथ ही बढ़ती सड़क दुर्घटनाएं भी चिन्ता का विषय हैं। मंत्री ने सभागार में मौजूदा छात्र-छात्राओं, शिक्षकों व अभिभावकों से अपील की कि वो रोड सेफ्टी विषय को जनांदोलन उनसे उन्होंने सड़क सुरक्षा नियमों को अपने दिनचर्या में लाने का आह्वान किया।

परिवहन मंत्री ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली जनहानि में उत्तर प्रदेश पूरे देश में प्रथम स्थान पर है, यह एक चिन्ता का विषय है। बोले मुख्यमंत्री सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली जनहानि को लेकर बहुत संवेदनशील हैं। उनकी अध्यक्षता में साल में दो बार सड़क सुरक्षा को लेकर बैठक आयोजित होती है। कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में 50 प्रतिशत तक की कमी लाने का लक्ष्य है। इसी के दृष्टिगत प्रदेश में समय-समय पर सड़क सुरक्षा अभियान के साथ-साथ सड़क सुरक्षा से जुड़ी विभिन्न प्रतियोगिताएं भी विभाग करा रहा है। इसके अलावा सभी कॉलेजों और स्कूलों में रोड सेफ्टी क्लब का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग और स्टेक होल्डर विभाग (पुलिस, स्वास्थ्य, शिक्षा, नगर विकास इत्यादि) के अलावा आमजन का भी सहयोग बेहद जरूरी है। आमजन की सहभागिता से ही लक्ष्य को प्राप्त करना संभव है।

परिवहन मंत्री ने कहा कि 2014 से पूर्व लोग जगह-जगह पर कूड़ा-कचड़ा फेंक दिया करते थे, परन्तु पीएम मोदी की जनअपील पर स्वच्छता पखवाड़े की शुरूआत के पश्चात अब परिस्थितियों में बदलाव आया है और लोग सफाई पर फोकस कर रहे हैं और साथ ही गंदगी करने वाले लोगों को टोक भी रहे हैं। इसी प्रकार सड़क सुरक्षा को भी प्राथमिकता देने की आवश्यकता है। इस अवसर पर उन्होंने लोगों को सड़क सुरक्षा से संबंधित शपथ भी दिलायी। कार्यक्रम के दौरान नुक्कड़ नाटक और एलईडी पैनल पर विज्ञापन के माध्यम से उपस्थित लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने की पहल की गई। कार्यक्रम के समापन पर 28 नये इण्टरसेप्टर वाहनों को हरी झण्डी दिखायी गई। विभागीय मंत्री ने कहा कि इण्टरसेप्टर वाहनों के माध्यम से सड़क सुरक्षा के कार्य में और तेजी आयेगी एवं परिवहन विभाग के अधिकारियों को कार्य करने में सुगमता होगी। इण्टरसेप्टर वाहनों से ओवर स्पीडिंग, ड्रकेन ड्राइव, रांग साइड ड्राइविंग, मोबाइल इस्तेमाल की जांच में आसानी होती है।

इस दौरान अपर मुख्य सचिव परिवहन एल. वेंकटेश्वर लू, परिवहन आयुक्त चंद्रभूषण सिंह, अपर परिवहन आयुक्त रोड सेफ्टी पुष्पसेन सत्यार्थी, अपर परिवहन आयुक्त प्रवर्तन एके सिंह, आरटीओ प्रशासन संजय कुमार तिवारी, आरटीओ प्रवर्तन संदीप कुमार पंकज, एआरटीओ प्रवर्तन अधिकारियों में विनीत मिश्रा लखनऊ, मनोज कुमार सिंह रायबरेली, एआरटीओ प्रशासन लखीमपुर अखिलेश द्विवेदी, एआरटीओ प्रशासन बाराबंकी अंकिता शुक्ला, पीटीओ टीम में एसपी देव, मनोज भारद्वाज और आरआई विष्णु कुमार सहित विभिन्न मंडलों व संभागों के परिवहन अधिकारी, पीटीओ, आरआई व कर्मी मौजूद रहे। इसी क्रम में परिवहन आयुक्त ने नव निर्मित हो रहे ड्राईवर ट्रेनिंग संस्थान, ऑनलाइन होती परिवहन सेवायें और विभिन्न विभागीय कार्यक्रमों के बारे में बताया जबकि कार्यक्रम का संचालन एआरटीओ प्रशासन लखनऊ प्रदीप कुमार सिंह ने किया।

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