उत्तर प्रदेश

“ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव (RAWE) कार्यक्रम की सफलता: नवाचार, ज्ञान और सहभागिता का अनूठा संगम”

ब्यूरो रिपोर्ट अनूप पाण्डेय

कृषि विज्ञान केंद्र, कटिया, सीतापुर ने बांदा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि स्नातक छात्रों के “ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव” (RAWE) कार्यक्रम का सफलतापूर्वक समापन किया। यह दो माह का गहन प्रशिक्षण सत्र छात्रों के लिए न केवल शिक्षा का एक अवसर था, बल्कि कृषकों के साथ संवाद स्थापित कर पारंपरिक कृषि ज्ञान (Indigenous Technology Knowledge) के संरक्षण और नवीनतम कृषि नवाचारों के प्रसार का एक महत्वपूर्ण माध्यम भी सिद्ध हुआ।

इस कार्यक्रम के अंतर्गत, छात्रों ने केंद्र की विभिन्न इकाइयों, प्रयोगशालाओं, और परियोजनाओं में वैज्ञानिकों के मार्गदर्शन में व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया। प्रशिक्षण के दौरान, छात्रों ने छीं गांव में गहन सर्वेक्षण कर ग्रामीण कृषि पद्धतियों का विश्लेषण किया और स्थानीय कृषकों द्वारा अपनाई गई पारंपरिक विधियों का दस्तावेजीकरण किया। इस प्रक्रिया के दौरान, उन्होंने किसानों को कृषि की नवीनतम विधियों और तकनीकों से अवगत कराया, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि उत्पादकता और नवाचार को प्रोत्साहन मिला।

कार्यक्रम के सफल संचालन में कृषि विज्ञान केंद्र, कटिया के प्रसार वैज्ञानिक एवं रावे समन्वयक शैलेन्द्र सिंह का महत्वपूर्ण मार्गदर्शन रहा। छात्रों को प्रशिक्षण के हर चरण में वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं केंद्र अध्यक्ष डॉ. दया शंकर श्रीवास्तव का अमूल्य सहयोग प्राप्त हुआ। इसके अतिरिक्त, बांदा कृषि विश्वविद्यालय के रावे समन्वयक डॉ. वी. के. गुप्ता ने भी संचार माध्यमों के जरिए महत्वपूर्ण निर्देशन प्रदान कर छात्रों का उत्साहवर्धन किया।

इस रावे बैच में कुल 16 छात्र शामिल हुए, जिन्होंने अपने समर्पण और परिश्रम से न केवल उत्कृष्ट कार्य किया, बल्कि उसका सटीक दस्तावेजीकरण भी किया। सभी छात्रों ने कार्यक्रम के समापन पर अपने कार्यों की प्रस्तुति दी, जिसे कृषि विज्ञान केंद्र के विशेषज्ञों ने अत्यधिक सराहा।

पूरे कार्यक्रम के सफल आयोजन में केंद्र के वैज्ञानिकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा, जिनमें डॉ. आनंद सिंह, डॉ. शिशिरकांत सिंह, डॉ. सचिन प्रताप तोमर, डॉ. रीमा, डॉ. योगेंद्र प्रताप सिंह प्रमुख रहे। इसके अतिरिक्त, तकनीकी और प्रशासनिक सहयोगियों में श्री आशीष शुक्ला, जितेंद्र सिंह, और रोहित वर्मा ने भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इनके समन्वित प्रयासों के कारण यह दीर्घकालिक कार्यक्रम अत्यंत सफल और प्रभावी सिद्ध हुआ।

ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव कार्यक्रम ने न केवल छात्रों के व्यावसायिक कौशल को निखारा, बल्कि उन्हें ग्रामीण जीवन और कृषि आधारित समस्याओं की गहरी समझ प्रदान की। इस अनुभव से लैस होकर, यह विद्यार्थी भविष्य में कृषि और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को प्राप्त करेंगे और देश के कृषि क्षेत्र में सकारात्मक योगदान देंगे।

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