कलाग्राम में कथक की छटा, सदानंद विश्वास ने दी भावपूर्ण प्रस्तुति
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महाकुंभ नगर २० फरवरी
बीके यादव/बालजी दैनिक
प्रयागराज में चल रहे भव्य महाकुंभ में संगीत और आध्यात्म का अनूठा संगम देखने को मिल रहा है। संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा स्थापित सांस्कृतिक गांव कलाग्राम में एक ही मंच पर विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक झलक देखने को मिल रही है। मेले में आए हुए श्रद्धालु प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों का लुफ्त उठा रहे हैं। गुरुवार को सांस्कृतिक संध्या में कलाकारों ने बेहतरीन प्रस्तुतियां देकर दर्शकों को खूब रोमांचित किया। सांस्कृतिक संध्या में बनारस घराने से संबंध रखने वाले कथक नृतक सदानंद विश्वास के नाम रहा। उनकी प्रस्तुति में कथक की पारंपरिक गत, चक्रदार तिहाई, तटकार और भावपूर्ण अभिनय का ऐसा अद्भुत समन्वय देखने को मिला, जिसने दर्शकों को भक्ति की गहराइयों तक पहुंचा दिया। खासकर, उनके द्वारा प्रस्तुत ‘शिव तांडव’ और ‘गंगा स्तुति’ ने महाकुंभ के आध्यात्मिक माहौल को और दिव्यता प्रदान की। कार्यक्रम की शुरुआत कर्नाटक के कार्डिम जलू नृत्य से होती है। इसके बाद अगली प्रस्तुति असम के कलाकारों द्वारा गोवर्धन व दशा अवतार नृत्य की दी गयी। इसके बाद गुजरात का मेवासी नृत्य, त्रिपुरा का थे लेबांग नृत्य, जम्मू का डोंगरी नृत्य, अरुणाचल प्रदेश का टापू और रिखमपाड़ा नृत्य की प्रस्तुति दी गयी, जबकि अयोध्या से कलाकारों ने फरवाही नृत्य की प्रस्तुति देकर दर्शकों से खूब तालियां बटोरी। मंच का संचालन संजय पुरषार्थी ने किया। इस अवसर पर काफी संख्या में दर्शक उपस्थित रहे।