डीआईओएस के निर्देश पर अब स्कूलों में रखे जाएंगे सेनेटरी पैड
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बरेली । गुरुनानक रिक्खी सिंह कन्या इंटर कॉलेज की छात्रा ने स्कूल टाइम मे मासिक धर्म (पीरियड्स) आने के दौरान कॉलेज प्रशासन से सेनेटरी पैड मांगा था। इस पर शिक्षिका ने उसे क्लासरूम से बाहर कर दिया। इस मामले में छात्रा के पिता ने राज्य महिला आयोग, महिला कल्याण विभाग, डीएम और डीआईओएस से लिखित शिकायत की थी। डीआईओएस डॉ. अजीत कुमार ने दो सदस्यों की जांच कमेटी गठित कर दी है। स्कूलों में सेनेटरी पैड रखने के निर्देश दिए गए हैं।
आरोपों की जांच के लिए डीआईओएस ने 27 जनवरी को खुद स्कूल पहुंचकर प्रधानाचार्या और शिक्षिका से मामले की जानकारी प्राप्त की। इसके साथ ही छात्रा से भी बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन छात्रा के घर जल्दी चले जाने के करण बातचीत नहीं हो सकी।
डीआईओएस के अनुसार मामले में जांच कमेटी अपनी रिपोर्ट बना रही है, उसके ही आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि अन्य स्कूलों में भी सेनेटरी पैड रखने और समय-समय पर सामाजिक संगठनों के माध्यम से मासिक धर्म को लेकर छात्राओं को जागरूक करने का निर्देश दिया है।
गुरुनानक रिक्खी सिंह इंटर कॉलेज की छात्रा को स्कूल टाइम में मासिक धर्म हो गया था। कॉलेज प्रशासन से उसने सेनेटरी पैड की मांग की तो उसे कमरे से बाहर कर दिया गया। एक घंटे तक उसे पैड नहीं दिया गया, अलबत्ता उसे उसी हाल में घर जाने के लिए कह दिया गया। रास्ते में छात्रा के कपड़े खराब हो गए और शर्मिंदगी उठानी पड़ी। इससे उसकी मानसिक स्थिति पर भी प्रभाव पड़ा है। उसके पिता ने कॉलेज प्रशासन के इस संवेदनहीन रवैये की लिखित शिकायत राज्य महिला आयोग, महिला कल्याण विभाग, डीएम और डीआईओएस से की थी। इस मामले में दो सदस्यी कमेटी जांच कर रही है।