सावित्रीबाई फुले के शिक्षा और सामाजिक योगदानों के लिए किया गया याद
अनिल सिंह/ बालजी दैनिक प्रतापगढ़ । माता सावित्रीबाई फुले के 194वीं जयंती के अवसर पर लोगों नें माता सावित्रीबाई फुले के कृतित्व व व्यक्तित्व को याद करते हुए फातिमा शेख की योगदानों की भी चर्चा करते हुए उनके प्रति अपनी कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। जनपद में का मुख्य आयोजन सम्राट अशोक महान पुस्तकालय के परिसर में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का बुद्धारम्भ भंते अश्वजीत व भंते शांति मित्र के द्वारा बुद्ध वंदना, त्रिशरण एवं पंचशील से किया गया इस अवसर करुणा, मैत्री के साथ धम्म के मार्ग पर चलने की देशना दी। इस अवसर पर कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉक्टर मीनाक्षी मौर्य द्वारा माता सावित्रीबाई फुले के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलित व माल्यार्पण करते हुए कहा कि माता सावित्रीबाई फुले का संपूर्ण जीवन नारी शिक्षा और समाज की रूढ़ियों से बाहर निकालने का संघर्ष रहा है उनके जीवन संघर्षों से संकल्प लेकर समाज में नारी शिक्षा वह उनके भागीदारी पर भी जोड़ देना चाहिए यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी ।
विशिष्ट अतिथि डॉ. सुष्मिता मौर्य ने बालिका शिक्षा के साथ-साथ नारियों की भूमिका वह उनकी सहभागिता के लिए जोर देते हुए समाज को अपने दृष्टिकोण में परिवर्तन लाने की आवश्यकता पर बल दिया।
अध्यक्षता कर रहे जनपद के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ.शिव मूर्ति लाल मौर्य ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा राव फुले व माता सावित्रीबाई फुले के जीवन संघर्षों को याद करते हुए उनके सहयोगी फातिमा शेख की योगदानों की भी चर्चा की है। संचालन कर रहे राकेश कनौजिया ने कहा कि किसी भी समाज की स्थिति का आकलन उस समाज की नारियों की स्थितियां से आंका जा सकता है ऐसे में माता सावित्रीबाई फुले के समाज सुधार, साहित्य व नारी शिक्षा के योगदान नारी जगत को ही नहीं अभी पूरे राष्ट्र प्रेरणा प्रदान करती रहेगी।
कार्यक्रम की संयोजका अनीता बसंत मौर्य द्वारा आभार व्यक्त किया गया। रामलली मौर्य,राम सजीवन सरोज,राम आधार पटेल,डॉ सचिन मौर्य,सौम्या, अनारकली, उर्मिला, डेजी गुप्ता, रंजना विश्वकर्मा,स्वाति, गायत्री,मीना मौर्य, कविता यादव,निशांत,प्रतिमा मौर्य,प्रशांत मौर्य ,गीता मौर्य,विकास मौर्य,राजेंद्र कुमार, आचार्य उमेश चंद्र,कुलदीप कुमार,सुनीता,राम प्यारी,जीत लाल,, शेर बहादुर, ,उपस्थित थे।