मिश्रिख विकासखंड मिश्रित की ग्राम पंचायत में सच होने जा रही है आदेशों का मजाक बनाकर रख दिया है अपने निजी को लाभ को दिखाते हुए सचिन शासनादेश को अपने मन मुताबिक तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत कर रहे हैं जबकि जारी आदेशों में साफ-साफ दर्शाया गया है कि किसी भी स्थिति में प्रधान के पारिवारिक जनों नाम भुगतान नहीं किए जाएंगे यहां तक यह भी कहा गया कि प्रधान अपने चचेरे ममेरे फुफेरे भाइयों व सालों की पत्नी व प्रधान के देवर ससुर वह उनके बच्चों के नाम तक भुगतान नहीं किया जाए गा फिर भी सचिव प्रधान से मिली भगत कर घोटाले कर रहे हैं बताते चलें विकासखंड मिश्रित की ग्राम पंचायत बैलहैया मैं प्रधान जितेंद्र कुमार ने सचिव केशव राणा से मिली भगत कर अपने भाई अमित कुमार पुत्र राजेंद्र प्रसाद के नाम भुगतान कर सरकारी धन का बंदर बांट कर लिया है प्रधान ने अपने भाई अमित के नाम चालू वित्तीय वर्ष में लगभग 83 हजार 974 भुगतान कर घोटाला किया है वहीं अगर सूत्रों की माने जाए तो प्रधान जितेंद्र कुमार ने अपने नाम पर भी मजदूरी का भुगतान निकला है जब इस संबंध में सचिव केशव कुमार राणा से जानकारी के लिए बात की गई तो उन्होंने बताया कि यदि प्रधान का भाई काम कर रहा है तो उनका भुगतान किया जाएगा और अगर प्रधान का भाई अलग रह रहा है तो उसको भुगतान क्यों नहीं दे सकते हैं वही जितेंद्र कुमार गुप्ता के नाम निकल गए भुगतान पर पूछने पर गोलमाल करते हुए बताया कि क्या कोई और जितेंद्र नहीं हो सकता