अमृत एवं ज्ञान का महाकुंभ विषय पर संगोष्ठी
प्रयागराज १९ जनवरी
बीके यादव/ बालजी दैनिक
ओंकार सेवा समिति के तत्वावधान में हिंदुस्तानी एकेडमी के गाधी सभागार में “अमृत एवं ज्ञान का महाकुंभ” विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उपेंद्र सिंह निदेशक उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव बैंक, लखनऊ एवं अध्यक्षता महेश चंद्र चतुर्वेदी अपर महाधिवक्ता उत्तर प्रदेश सरकार ने किया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में आचार्य विनोद माधव , जूनागढ़ गुजरात से पधारे ब्रह्मचारी कैलाश प्रकाश तथा शक्तिपात विद्या के आचार्य आर यन बनर्जी का आशीर्वाद प्राप्त हुआ। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित डॉ अरुण कुमार त्रिपाठी ने अपना उद्बोधन दिया। कार्यक्रम का प्रारम्भ दीप प्रज्वल एवं सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण से हुआ अपने मुख्य अतिथीय उद्बोधन में उपेंद्र सिंह ने कहा की आज पूरा विश्व प्रयागराज की तरफ देख रहा है क्योंकि यहां पर अनंत काल से चले आ रहे कुंभमहापर्व का आयोजन हो रहा है। अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा कि आज योगी आदित्यनाथ के सुशासन एवं अच्छी व्यवस्था के कारण पूरा जन समुदाय प्रयागराज की तरफ उन्मुख हुआ है। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में श्री महेश चंद चतुर्वेदी जी ने कहा कि प्रयागराज का कुंभ अपने आप में अद्वितीय स्थान रखता है।
अपने उद्बोधन में कार्यक्रम में उपस्थित श्री आचार्य विनोद माधव जी ने कहा कि इस महाकुंभ के अवसर पर गंगा से पाप धुलेंगे और चंद्रमा से ताप दूर होगा और कल्पतरु से दरिद्रता दूर होती है, परन्तु कुंभ में संतों के दर्शन से यह सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।
मुख्य वक्ता के रूप में वक्तव्य देते हुए डॉ अरुण कुमार त्रिपाठी ने कुंभ के इतिहास पर चर्चा करते हुए समुद्र मंथन एवं कुंभ कलश के बारे में बताया। उन्होंने कुंभ एवं अर्ध कुंभ के बीच के अंतर को भी स्पष्ट करते हुए कहा कि प्रयागराज ही वह स्थल है जहां पर इसका विस्तृत रूप से दर्शन होता है।
कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों का स्वागत स्वागत विकास तिवारी ने एवं धन्यवाद ज्ञापन आशुतोष चतुर्वेदी ने किया। कार्यक्रम में इनके अतिरिक्त विवेक त्रिपाठी, हेमंत चौधरी, रविंद्र सिंह, राजकुमार गौतम, श्रीकांत मिश्रा, भवानी शुक्ला, आकाश मिश्रा, सौरभ सिंह, अंकित सोनकर, अनुभव कुशवाहा, जीतू गौतम , तुषार कुमार यादव सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।