पत्रकारों पर हमलों के खिलाफ मौन शांति , प्रधानमंत्री को सौंपा जाएगा ज्ञापन
बलराम मौर्य/ बालजी दैनिक
अयोध्या धाम l भारतीय पत्रकार सुरक्षा कवच के राष्ट्रीय अध्यक्ष अंतरिक्ष तिवारी ने छत्तीसगढ़ में पत्रकार मुकेश चंद्राकर और संतोष कुमार टोपो के परिवार की बर्बर हत्याओं पर गहरा रोष व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री स्वयं पत्रकारों को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ बता चुके हैं, लेकिन लगातार हो रही घटनाओं के बावजूद केंद्र और राज्य सरकार पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कोई ठोस कानून बनाने में विफल रही है। पत्रकारों का योगदान और उपेक्षा: अंतरिक्ष तिवारी ने कहा, “ठंडी हो, बरसात हो, गर्मी हो, रात हो या दिन—पत्रकार हर परिस्थिति में जनता तक सत्य खबर पहुंचाते हैं। वे शासन, प्रशासन और जनता के बीच संवाद का महत्वपूर्ण माध्यम होते हैं। लेकिन उनके इस महत्वपूर्ण योगदान का प्रतिफल क्या मिल रहा है? मौत, झूठे मुकदमे और जेल।”
छत्तीसगढ़ की घटनाएं:
मुकेश चंद्राकर: बीजापुर में भ्रष्टाचार उजागर करने पर हत्या।
संतोष कुमार टोपो: सूरजपुर में संपत्ति विवाद के चलते माता-पिता और भाई की बर्बर हत्या।
भारतीय पत्रकार सुरक्षा कवच की मांग पत्रकार सुरक्षा कानून: केंद्र व राज्य स्तर पर कठोर पत्रकार सुरक्षा कानून बनाया जाए। दोषियों को सजा: दोनों मामलों के दोषियों को त्वरित और कठोर सजा दी जाए। सरकारी नौकरी और मुआवजा: पीड़ित परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये मुआवजा एवं परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी प्रदान की जाए। विशेष जांच समिति: निष्पक्ष जांच के लिए विशेष समिति गठित की जाए।
होगा मौन शांति आयोजन:
पत्रकारों के समर्थन और न्याय की मांग को लेकर भारतीय पत्रकार सुरक्षा कवच द्वारा दिनांक 13.01.2025 को गांधी पार्क में शाम 4:00 बजे एक शांतिपूर्ण मौन शांति का आयोजन किया जाएगा। इसके उपरांत प्रधानमंत्री जी को संबोधित ज्ञापन भी सौंपा जाएगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष अंतरिक्ष तिवारी ने सभी पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों से अपील की है कि वे इस शांतिपूर्ण आयोजन में शामिल होकर पत्रकारों के सम्मान और सुरक्षा के लिए एकजुटता दिखाएं।