चंडीगढ़: तेजज्ञान फाउंडेशन, जो अपनी “हैप्पी थॉट्स” पहल के लिए व्यापक रूप से जाना जाता है, ने आज चंडीगढ़ में अपनी स्थापना के 25 साल पूरे होने पर एक भव्य रजत जयंती ध्यान महोत्सव का आयोजन किया। यह कार्यक्रम आध्यात्मिकता, ध्यान और आत्म-जागरूकता का उत्सव था। इस विशेष अवसर पर चंडीगढ़ के मेयर श्री कुलदीप कुमार और डॉ. राजेश भास्कर की उपस्थिति ने इस विशेष अवसर की शोभा बढ़ाई।
कार्यक्रम के दौरान महापौर श्री कुलदीप कुमार ने कहा, “तेजज्ञान फाउंडेशन की यह पहल समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसमें हमें नई दिशा दिखाने की क्षमता है। मैं फाउंडेशन को उसकी 25 वर्षों की सफलता के लिए बधाई देता हूं और भविष्य में भी इसके प्रेरणादायक प्रयासों की आशा करता हूं।”
कार्यक्रम की शुरुआत तेजज्ञान फाउंडेशन के श्री अविनाश खोत ने संस्थापक तेजगुरु सरश्री और उनके आध्यात्मिक योगदान का परिचय देते हुए की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बाहरी दुनिया में स्थिरता और शांति लाने के लिए सबसे पहले आंतरिक शांति का अनुभव करना चाहिए। उन्होंने जीवन में स्थिरता और सच्ची खुशी प्राप्त करने के साधन के रूप में ध्यान के महत्व पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के दौरान तेजगुरु सरश्री की शिक्षाओं पर आधारित एक प्रेरणादायक वीडियो भी दिखाया गया। वीडियो में ध्यान के महत्व, इसकी तकनीकों और “मैं कौन हूँ?” जैसे गहन प्रश्न पर चर्चा की गई। ऐसे दार्शनिक प्रश्नों पर गहन चिंतन उपस्थित लोगों के साथ साझा किया गया। इसके बाद, प्रतिभागियों ने 21 मिनट का सामूहिक ध्यान किया, जिससे सभी को आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त हुआ।
कार्यक्रम के दौरान तेजज्ञान फाउंडेशन की प्रतिनिधि श्रीमती अरोमा जुनेजा ने अपने विचार साझा करते हुए कहा, “लोग हर चीज गूगल पर खोज रहे हैं, लेकिन अगर कोई वास्तव में खुद को खोजना चाहता है, तो उसे तेजज्ञान फाउंडेशन के मार्गदर्शन में आना चाहिए।” उन्होंने आगे बताया कि फाउंडेशन पिछले 25 वर्षों से लोगों की भलाई के लिए काम कर रहा है।