‘कभी राम बनके कभी श्याम बनके चले आना’
महाकुंभ नगर २४ जनवरी
बीके यादव/बालजी दैनिक
प्रसिद्ध गीतों की मधुर प्रस्तुति से करोड़ों लोगों के दिलों में अपना विशेष स्थान बनाने वाली पार्श्व गायिका तृप्ति शाक्या ने प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के पंडाल “स्वर्णिम भारत ज्ञान कुम्भ” में आयोजित चैतन्य देवियों की झांकी कार्यक्रम में हिस्सा लिया। अपने अनुभव साझा करते हुए उन्होंने कहा की ब्रह्माकुमारी शिवानी दीदी का कार्यक्रम देखने के बाद से मेरे जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है। मैं समझती हूं की एक अच्छे खुशहाल जीवन के लिए हमें राजयोग मेडिटेशन का नियमित रूप से अभ्यास करना चाहिए । इसके साथ ही उन्होंने सत्यम शिवम सुंदरम का मधुर गीत गाकर निराकार परमात्मा शिव को अपने भाव अर्पित किए।
इस अवसर पर दिल्ली से आए फेमस सेलिब्रिटी एस्ट्रोलॉजर अचार्य विनोद कुमार भी चैतन्य देवियों की महा आरती में शामिल हुए। आचार्य कुमार ने कहा कि यदि आप चाहते हैं कि जीवन में तनाव न हो तो दिन भर के दिनचर्या में कम से कम आधे घंटे निकाल कर राजयोग का अभ्यास जरूर करें। मैं स्वयं रोज राजयोग करता हूं जिससे मुझे अपने जीवन में सकारात्मक ऊर्जा की महसूसता होती है। उन्होंने बताया कि वह ब्रह्माकुमारी संस्थान के मुख्यालय माउंट आबू दो बार जा चुके हैं जहां उन्हें सच्ची शांति और शक्तिशाली वाइब्रेशन का अनुभव हुआ।
विशिष्ट अतिथियों ने चैतन्य देवियों की झांकी का दर्शन कर महा आरती मैं शिरकत की। इस दौरान उन्होंने ज्ञान कुंभ मेले में लगे सभी आकर्षक झांकियां का अवलोकन किया व खुले दिल से सराहना करते हुए कहा कि इस आध्यात्मिक ज्ञान से ही मनुष्य के जीवन में सुख शांति का अनुभव हो सकता है। आज समाज में नैतिक मूल्यों की कितनी आवश्यकता है यह इन प्रदर्शनियों द्वारा बखूबी दर्शाया गया है। विशिष्ट अतिथियों ने “स्वर्णिम भारत ज्ञान कुंभ” की संयोजिका ब्रह्माकुमारी मनोरमा दीदी से आशीर्वाद लिया और आने वाले लोगों से राजयोग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने का आह्वान किया।
चैतन्य देवों की महाआरती के दौरान वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके सुषमा, बीके सरिता, बीके नीता समेत हज़ारों लोग मौजूद रहेl