उत्तर प्रदेशप्रयागराज
दिव्यांगो के प्रेरणा स्रोत
प्रयागराज ०२ दिसंबर
कुदरत ने अगर किसी को शारीरिक रूप से कुछ कमियां दी है तो उसको उपहार के रूप में दिव्य अंग, बुद्धि कौशल एवं अनमोल रत्न प्रदान किया हैं। ऐसे ही प्रयागराज के अनमोल रत्न हैं दिव्यांग समाज सेवी लवलेश सिंह । दिब्यांग जनों के लिए एक मार्गदर्शक के रूप में कार्य करते हैं। जिनका जीवन दिब्यांग जन सेवा समाज, सेवा एवं राष्ट्र सेवा के लिए समर्पित हैं। सेवा प्रकल्प के प्रत्येक आयामों को इन्होंने अपने जीवन में अंगीकार किया हैं, । दिब्यांग जन सेवा, गौ सेवा, गरीब असहाय लोगो की सेवा तथा राष्ट्र हित के लिए हर क्षण अपने आप को समर्पित कर रखा हैं । इनकी दिन चर्या सुबह चार बजे से प्रारम्भ होकर रात ग्यारह बजे समाप्त होती हैं। इनके उत्कृष्ठ जीवन यापन व सेवा भाव के लिए अब तक दर्जनों संस्थाओं ने उन्हें सम्मानित किया हैं।