भारतीय जीवन बीमा निगम के 69 वें राष्ट्रीयकरण दिवस का सफल आयोजन किया

बरेली। भारतीय जीवन बीमा निगम के 69 वें राष्ट्रीयकरण दिवस का सफल आयोजन किया गया।
निगम का राष्ट्रीयकरण दिवस धूम धाम से मना कर lic क्यों महत्वपूर्ण है इस बात को देश के आमजन को बताया गया । इस सेमिनार में lic बैंक बिजली रेलवे g i c व राज्य कर्मचारी साथियों मुख्य रूप से शिरकत की।सभा का संचालन अरविन्द देव सेवक ने किया। सभा की अध्यक्षता बरेली ट्रेड यूनियन फेडरेशन के अध्यक्ष मुकेश सक्सेना ने की और कहा कि भारतीय जीवन बीमा निगम रेलवे के बाद दूसरा बड़ा उपक्रम है। इसको इस को निजीकरण की राह पर ले जाना गलत है i इसका विरोध पूरे जिले के पैमाने पर किया जाएगा । बीमा कर्मी संघ की महामंत्री गीता शांत ने कहा भारतीय जीवन बीमा निगम एक राष्ट्रीयकृत उपक्रम है जिसको आज 19 जनवरी 1956 को 245 निजी बीमा कंपनियों को समायोजित कर के मात्र 5 करोड़ की पूंजी आरम्भ किया गया था आज निगम की परिसंपत्तियों लगभग 55 लाख करोड़ हैं आज 69 वर्ष बाद वो भी तब जब हमेशा देश पंच वर्षीय योजनाओं में lic सहयोग करती रही सरकार अब इसको कुछ पूंजी पतियों के हाथों में देने का प्रयास कर रही है। बीमा कर्मी संघ के अध्यक्ष अरविन्द देव सेवक ने सर्व प्रथम सब को भारतीय जीवन बीमा निगम के राष्ट्रीयकरण दिवस की बधाई देते हुए कहा कि आज lic सहित पूरा पब्लिकसेक्टर जो देश की रीढ़ है को निजीकरण की गर्त में डालने के प्रयास हो रहे हैं। ट्रेड यूनियन के लिए यह करो या मरो की लड़ाई है लड़ाई जहां तक जाएगी हम लड़ेंगे। यूनियन बैंक के महामंत्री पी के माहेश्वरी ने बीमा बैंक बिजली व पूरे पब्लिकसेक्टर के राष्ट्रीय कृत स्वरूप को बरकार रखने की मांग पुरजोर तरीके से की । सभा में बरेली ट्रेड यूनियन फेडरेशन के सभी साथियों ने lic को निजीकरण निजीकरण से बचा कर रखने व आखिरी पायदान तक लड़ने की जिम्मेदारी ली सभा को विकास अधिकारीसंघ lic सत्यंन सिन्हा, अभिकर्ता संघ के अशोक सक्सेना , अटेवा के साथी मुनीश गंगवार पुष्पा गंगवार,सलीम अहमद , जीतेंद्र मिश्रा , अचल अहरी दीपक मेहरा , संदीप कुमार सर्वेश अग्रवाल आदि साथियों ने संबोधित किया।