सद्गुरु संत रविदास की जयंती श्रद्धापूर्वक मनाई गई

अनिल सिंह / बालजी दैनिक
प्रतापगढ। सृजना साहित्यिक संस्था उत्तर प्रदेश द्वारा तत्वदर्शी संत रविदास जी की जयंती शारदा संगीत महाविद्यालय प्रतापगढ़ में संकल्प के रूप मनाई गई। आरंभ उनके चित्र पर माल्यार्पण से हुआ। महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने महान संत के भजनों का संगायन किया। समाज में व्याप्त हर प्रकार के भेदभाव को समाप्त कर स्वस्थ एवं मर्यादापूर्ण समाज की संरचना पर जोर दिया गया। अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ साहित्यकार एवं पूर्व बाल न्यायाधीश डॉ. दयाराम मौर्य ‘रत्न’ ने स्वरचित महाकाव्य संत रविदास प्रकाश का पाठ करते हुए कहा कि महान कर्म करके संत रविदास जी ने अपने को पूजनीय बनाया। कहा कि भेदभाव से समाज खंडित होता है अतः इसका प्रेम तथा समभाव से एकीकरण किया जाना चाहिए। मुख्य अतिथि अम्मा साहेब ट्रस्ट के ट्रस्टी आनन्द मोहन ओझा ने कहा कि जाति, पंथ तथा संप्रदाय के दीमक ने समाज को खोखला कर दिया है। समाज में मानवता का भाव होना चाहिए। अति विशिष्ट अतिथि एल आई सी के विकास अधिकारी राजीव कुमार आर्य ने एकता और सौहार्द को सुखद जीवन के लिए आवश्यक बताया। इस अवसर प्राचार्या बीना श्रीवास्तव, कुसुम लता श्रीवास्तव, रोहित कुमार, अरुण कुमार पाण्डेय, श्वेता वर्मा, शालिनी तिवारी, चेतना पाण्डेय,अशोक कुमार तिवारी,शिवम तिवारी इत्यादि उपस्थित रहे।