आयुष्मान मित्र की लाल फीता शाही का शिकार हो रहे हैं बुजुर्ग।
मिश्रित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में आयुष्मान मित्र की लाल फीता शाही का शिकार हो रहे हैं बुजुर्ग। सीतापुर-जनवरी/ उम्र दराज बुजुर्गों को समुचित निशुल्क स्वास्थ्य सुविधाये उपलब्ध कराने के वास्ते सरकार द्वारा संचालित आयुष्मान कार्ड योजना स्वास्थ्य केन्द्रों में सम्बद्ध एजेंसी द्वारा आउटसोर्सिंग से नियुक्त किये गए कर्मचारियों/कंप्यूटर ऑपरेटरों की लाल फीता शाही का पूरी तरह शिकार होकर रह गई है। ताजा मामला महर्षि दधीचि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मिश्रित में बीते दिवस उस समय प्रकाश में आया जब ग्राम किशुनपुर निवासिनी एक वृद्ध महिला सरकार की योजना के अनुरूप अपना आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिये स्वास्थ्य केन्द्र पर आई और सम्बन्धित काउण्टर पर जब वह आयुष्मान मित्र अजय कुमार के पास पहुंची,पहले तो उनकी बात सुनकर इस आयुष्मान मित्र ने उनसे कार्ड बनवाने के बदले सुविधा शुल्क की बात की जिस पर महिला ने उसे सुविधा शुल्क देने से मना कर दिया जिससे किसी एजेंसी द्वारा आउटसोर्सिंग से नियुक्त किया गया यह आयुष्मान मित्र भड़क गया और कार्ड जारी करने के पहले ही धनराशि की मांग करने लगा बात स्वास्थ्य केन्द्र अधीक्षक तक पहुंच गई तो उन्होंने इस आयुष्मान मित्र को लताड़ लगाई जिससे उसने महिला का कार्ड तो बना दिया लेकिन ताला-झाला बताते हुये कार्ड का प्रिन्ट निकालकर नहीं दिया तब से यह महिला मिश्रित स्वास्थ्य केन्द्र में नियुक्त आयुष्मान मित्र अजय कुमार के काउंटर के कई चक्कर लगा चुकी है वह सीट पर अगर होता भी है तो इस लिये उठकर वहां से रफू चक्कर हो जाता है कि उसे कार्ड बनाने के लिए मुंह मांगी रकम तो नहीं मिली उल्टे अधीक्षक की लताड़ भी झेलनी पड़ी। चर्चा तो यह भी है कि यह आयुष्मान मित्र बगैर मुंहमांगी धनराशि लिये किसी का भी आयुष्मान कार्ड जारी नहीं करता है। बताते चलें कि उक्त पीड़ित महिला की तरह ही क्षेत्र के कई बुजुर्ग पुरुष और महिलाये अपना आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए अस्पताल के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन विडम्बनाओं के चलते वे इस निरंकुश संविदा कर्मी आयुष्मान मित्र की लाल फीता शाही का शिकार होकर वे प्रायः वापस लौटने पर मजबूर हो जाते हैं। क्षेत्रीय जनता ने मिश्रित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में नियुक्त इस आयुष्मान मित्र अजय कुमार के क्रियाकलापों की उच्च स्तरीय जांच कराकर कार्यवाही किये जाने की मांग जनपद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी से की है ताकि बुजुर्ग महिला पुरुषों को इसके द्वारा किये जाने वाले शोषण/दुर्व्यवहार से मुक्ति मिल सके।