डॉ शाहिदा की पुस्तक जीना इसी का नाम है का भव्य लोकार्पण बंधन पैलेस में हुआ
अनिल सिंह/ बालजी दैनिक
प्रतापगढ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ ओम प्रकाश खण्डेलवाल जी और अध्यक्ष डॉ दयाराम मौर्य रत्न थे विशिष्ट अतिथि डॉ स़ंगमलाल त्रिपाठी भंवर जी, श्री प्रदीप चित्रांशी, अनिल प्रताप प्रवात और अतिविशिष्ट अतिथि आफ़ताब जौनपुरी और रौशनलाल उमरवैश्य थे कार्यक्रम का सफ़ल संचालन डॉ श्याम शंकर शुक्ल श्याम ने किया।
शिवानी मातनहेलिया, गजेन्द्र सिंह विकट, प्रेम कुमार त्रिपाठी, ब्रजेश त्रिपाठी, डी पी सिंह, अंजनि अमोघ, ओमप्रकाश पक्षी, विनय श्रीवास्तव आनंदमोहन ओझा ,शैलेन्द्र मिश्रा, श्री गंगेश मिश्रा, संतोष भगवन, कृष्णानंद त्रिपाठी, अंजनी सिंह, श्रीनाथ सरस,अनिल कुमार निलय, शशि मौर्य,अमरनाथ तथा समूचे एंजिल्स परिवार ने कार्यक्रम मे शिरकत की और आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर मेरे दोनों पुत्र आदिल , अयाज़, पुत्री ज़ीनत और दामाद आमिर, भी उपस्थित रहे।
ज़िन्दगी से रूबरू कराती हुई। यह पुस्तक 130 ग़ज़लों का संग्रह है। जिसमें प्रेम घृणा, सुख दुख जीवन मरण, मित्र शत्रु, जीत हार, वफ़ा बेवफाई आदि खट्टे मीठे अनुभवों को ग़ज़लों में पिरोया गया है। इस अवसर पर डॉ शाहिदा को सृजना साहित्यिक संस्था की ओर से डॉ दयाराम मौर्य रत्न ने सम्मानित किया। मंचस्थ सभी अतिथियों को डॉ शाहिदा ने अंगवस्त्रम और पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्य श्री बी के सोनी ने सभी अतिथियों का आभार प्रकट किया।