पांच दशक से सुलझ नही रहा है अन्तर्जनपदीय सीमा विवाद का मामला
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-पीड़ितों ने मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी से लगाई न्याय की गुहार
अनिल कुमार द्विवेदी
बी न्यूज दैनिक
गोंडा। जनपद के तहसील कर्नलगंज अंतर्गत बहुवन मदार माझा व ग्राम कमियार तहसील रामस्नेही घाट जनपद बाराबंकी के मध्य सीमा विवाद का मामला पांच दशक से सुलझ नहीं रहा है।
जनपद बाराबंकी और गोण्डा के राजस्व विभाग के कर्मचारी सीमा विवाद की भूमि का चार बार पैमाइश करके जमीन का नाप जोख तो कर दिया लेकिन विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है।
जिले के तहसील कर्नलगंज क्षेत्र अंतर्गत बहुवन मदार मांझा के निवासी सर्वजीत, शिव गोविन्द, उदयराज आदि ग्रामीणों ने सोमवार को डीएम को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है। सीमा विवाद को लेकर दोनों तरफ किसानो की परेशानी बढ़ती जा रही है। बता दें कि गोण्डा जिले के किसानों को मुख्यमंत्री आवास मिला था लेकिन बाराबंकी के किसान अपनी जमीन बता कर आवास बनने नहीं दे रहे हैं। इन बातों को लेकर 15. मार्च 1979 को जिलाधिकारी बाराबंकी व गोण्डा ने मिल बैठकर समझौता कराया था जिसके अनुसार 36 एकड़ जमीन ग्राम बहुवन मदार माझा का काट करके ग्राम बांस गांव को दी गई तथा ग्राम कमियार से 36 एकड़ जमीन काट करके ग्राम बहुवन मदार माझा को दी गई। पीड़ित बताते हैं कि समझौते व आदेश की फाइल बाराबंकी के राजस्व कर्मचारियों द्वारा गायब कर दी गयी है और अब फर्जी तरीके से उसकी जमीन पर बाराबंकी वाले जबरन कब्जा कर रहे हैं। किसानों ने अपनी समस्या लिखित रूप से जिलाधिकारी व मुख्यमंत्री के यहां तक न्याय की गुहार लगाई है।