नमाज़े तरावीह में मुकम्मल हुई क़ुरान, बारगाहे इलाही में अमन व शांति की मांगी दुआ

ब्यूरो रिपोर्ट अनूप पाण्डेय
सीतापुर। माहे रमजान का पवित्र महीना चल रहा है। जो मुस्लिम समाज के लिए बहोत ही महत्वपूर्ण है। इसी महीने में मोहम्मद साहब पर पूरा कुरान अवतरित हुआ है। जिसे मुसलमानों के द्वारा रमज़ान के महीने में ईशा की नमाज़ के साथ तरावीह की नमाज़ अदा करते है। जिसे हाफ़िज़ ए कुरान के द्वारा पूरा क़ुरान मुकम्मल सुनाया जाता है। ऐसे में कहीं पांच, कहीं सात तो कहीं दस तो कहीं 15 दिन में मस्जिदों में तरावीह मुकम्मल कराई जा रही है। वहीं किसी मस्जिद में पूरे माह तरावीह पढ़ाई जा रही है। इसी क्रम में पुराने सीतापुर के मोहल्ला मिरदही टोला की जामा मस्जिद में सोल्हवें रमजान को तरावीह मुकम्मल हुई। जिसके बाद पेश इमाम क़ारी व हाफिज मो० इरफान शहजाद ने नमाज़ के बाद अल्लाह की बारगाह में दुआएं मांगी। तरावीह मुकम्मल होने पर नमाजियों ने पेश इमाम का जोशो खरोश के साथ स्वागत किया और अंगवस्त्र पहनाया और मुसाफा कर गले मिले। वहीं नमाज़ियों के द्वारा अपनी इच्छा के अनुसार हाफिज व क़ारी साहब को इनामात से नवाज़ते हुए हौसला अफ़ज़ाई की। इस मौके पर एहतिशाम बेग उर्फ अच्छे, प्यारे भाई, मास्टर आरिफ शमीम, ज़ुबैर अहमद, शुऐब अहमद, तारिक़ खान, इमरान जामील आदि के साथ सैकड़ो नमाज़ी मौजूद रहे।