66 हजार परिषदीय विद्यालयों को आदर्श स्कूल बनाने की घोषणा को युवाओं ने महज प्रोपेगैंडा बताया
प्रयागराज 23 नवंबर
1.42 लाख रिक्त पदों को भरने का उठाया मुद्दा
1.32 लाख परिषदीय विद्यालयों में से आधे 66 हजार विद्यार्थियों को आदर्श स्कूल बनाने की योगी सरकार की घोषणा को युवाओं ने महज प्रोपेगैंडा बताया है। 6 वर्षों से प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए आंदोलन की अगुवाई कर रहे डीएलएड मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रजत सिंह ने कहा कि अगर सरकार अपनी इस घोषणा को लेकर जरा भी ईमानदार है तो सबसे पहला जरूरी काम यह है कि परिषदीय विद्यालयों में रिक्त पड़े 1.42 लाख पदों को तत्काल भरा जाए और बंद किए गए 30 बच्चों से कम संख्या वाले 24 हजार परिषदीय विद्यालयों को भी तत्काल शुरू किया जाए। गौरतलब है कि प्रदेश में 2017 तक परिषदीय विद्यालयों की संख्या 1.56 लाख थी जो मौजूदा समय में घटकर 1.32 लाख रह गई है, इसके साथ ही 2021 के बाद 1.39 लाख शिक्षकों के पदों को भी खत्म किया गया है। बताया कि रोजगार अधिकार अभियान में परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों के रिक्त पदों को तत्काल भरने का मुद्दा प्रमुखता से उठाया जा रहा है।