जिस समाज की सत्ता होती है उस समाज के साथ अन्याय नहीं होता
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जमीन और उद्योगों के राष्ट्रीयकरण के लिए दृढ़ संकल्पित है डान
रोटी बेटी के साथ आपसी भाईचारा मजबूत करने में जुटा डान
जसरा प्रयागराज। डा. अम्बेडकर वेलफेयर नेटवर्क (डान) के तत्वाधान में यमुनापार की तहसील बारा के विकासखंड जसरा स्थित ग्रामसभा पांडर का मजरा कालिका का पूरवा और कोटवारन का पुरवा में संविधान के सम्मान में डान के संस्थापक उच्च न्यायालय के अधिवक्ता आईपी रामबृज के नेतृत्व में संविधान पदयात्रा निकाली गई।
डान संस्थापक उच्च न्यायालय के अधिवक्ता आईपी रामबृज ने संविधान यात्रा से पूर्व बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि डान बहुजन महापुरुषों के विचारों पर चलने वाला गैरराजनैतिक संगठन है, कार्यकर्ता ही संगत की ताकत और रीढ़ होते हैं हमें संगत को आगे बढ़ाना है तो संगत के हित में हम सभी को ईमानदारी और मेहनत से संगत के लिये काम करने की जरूरत है। जिस समाज की गैरराजनैतिक जड़े मजबूत नहीं होती उस समाज की राजनीति कभी भी कामयाब नही होती। राजनीति सत्ता के लिये होती है और सत्ता बिना संघर्ष के नहीं मिलती। जिस समाज की सत्ता होती है उस समाज पर अन्याय नहीं होता। डान विखंडित बहुजन समाज को रोटी बेटी और और आपसी भाईचारा को मजबूत करके समतामूलक समाज की स्थापना के लिए संघर्षरत है।
रामबृज ने आगे बताया कि हमें अपने महापुरुषों के विचारों पर अमल करना होगा, उनके वैचारिक सिद्धांतों पर चलना होगा बाबा साहब अम्बेडकर जी ने कहा था शिक्षा वो शेरनी का दूध है जो पियेगा वो दहाड़ेगा, अर्थात हमें बाबा साहब के सिद्धांत शिक्षित बनो, संगठित रहो, और संघर्ष करो जैसे उनके विचारों को अपनाना होगा। मान्यवर कांशीराम साहब के विचारों पर चलते हुए उनके कथन हमें राजपाट तो बैलेट पेपर से लेना है परंतु तैयारी बुलेट की रखनी है अर्थात हमें अपने महापुरुषों से उनके किए गए आंदोलन संघर्ष को आगे बढ़ाते हुए पुनः अपनी खोई हुई सत्ता को प्राप्त कर बहुजन समाज को सशक्त और मजबूत करना होगा।
संविधान यात्रा में नागेन्द्र सोनकर, मुकेश सोनकर, पवन सोनकर, विकास कोटार्य, अनिल कोटार्य, संतलाल कोटार्य, फूलकली कोटार्य, कलावती, राजोल, सुनीता, सुशीला, आशा, रेखा, ननकी, रविता, चन्द्र कली, अंजू सोनकर, के साथ सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।