ब्रह्माकुमारीज द्वारा त्रिदिवसीय राजयोग शिविर का आयोजन
प्रयागराज १८ दिसंबर
बीके यादव/बालजी दैनिक
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के सौजन्य से शहर के सिविल लाइंस स्थित इलावर्त होटल में त्रिदिवसीय राजयोग शिविर का आयोजन किया गया है। शिविर कराने के लिए विशेष रूप से माउंट आबू से डॉक्टर दामिनी को बुलाया गया है।
शिविर के पहले दिन आत्म परिचय का कोर्स देते हुए डॉक्टर दामिनी ने कहा कि संसार में सबसे बड़ा सत्य अपने को जानना है। हम वास्तव में दिखने वाली स्त्री या पुरुष की काया नहीं हैं ,बल्कि इस शरीर को चलाने वाली चैतन्य शक्ति हैं। जिसे आत्मा, सोल, रूह या चेतना शक्ति आदि नामों से अलग-अलग धर्म में जाना जाता है।
उन्होंने बताया आत्मा का मूल संस्कार ज्ञान, सुख, शांति, प्रेम, पवित्रता, आनंद और शक्ति हैं।
परंतु जब हम अपने को देह मानते हैं तो देह अभिमान के कारण हमारी आत्मिक स्मृति धूमिल होती जाती है। हम इंद्रियों के रस में सुख,शांति, प्यार आदि आत्मिक गुणों को ढूंढते हैं और हम काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार आदि विकारों के वश होते चले जाते हैं।
यदि हम अपने सत्य स्वरूप को पहचान कर, अपने मन-बुद्धि में आत्मिक स्मृति को बार-बार लायें तो हमारा देह अभिमान कम होगा और हम आत्मिक शांति और स्थिरता को फिर से अनुभव कर सकेंगे।
शिविर के पहले दिन भारी संख्या में लोगों ने पहुंचकर सुबह 7:00 से 8:00 और शाम को 6 से 7 बजे तक शिविर का लाभ उठाया।
शिविर की संचालिका मनोरमा दीदी ने बताया कि शिविर 18, 19 और 20 तारीख की सुबह 7 से 8 एवं शाम 6 से 7 बजे तक चलेगा।