केंद्रीय राज्य मंत्री के लोकसभा क्षेत्र के विकासखंड झंझरी मैं मनरेगा की लूट की खुली छूट डीसी मनरेगा नहीं कर पा रहे हैं कोई कार्रवाई

फिरोजपुर और चकसड़ में एक ही श्रमिकों की कई जगह पर पुरानी फोटो अपलोड क़र प्रशासन को कर रहे गुमराह
मनरेगा में हो रहे फर्जी मस्टर रोल की हकीकत अगर धरातल पर देख लिया जाए तो सच्चाई आपके सामने आ जाएगी..
क्या विकासखंड झंझरी में डीसी मनरेगा के संरक्षण में मनरेगा के फर्जी मस्टर रोल में हो रहा बड़ा खेल…
शिकायत और खबर प्रकाशित होने के बाद भी धड़ल्ले से मनरेगा के मस्टर रोल में हो रहा बड़ा फर्जीवाड़ा…
अनिल कुमार द्विवेदी
बी न्यूज दैनिक
गोण्डा: योगी सरकार एक तरफ भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने और जिरोटालरेंस की निति पर काम करने की बात कर रही है वहीं दूसरी तरफ गोण्डा जिले में कार्यरत जिम्मेदार अधिकारियों के चलते केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी मनरेगा योजना जमीनी धरातल पर उतरने से पहले ही भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ रही है।गांव के मजदूरों को गांव में ही रोजगार उपलब्ध कर मजदूरों को दूसरे प्रदेश में पलायन से रोकने के लिए चलाई जा रही मनरेगा योजना जिम्मेदारों के चलते भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ गई है इस पूरे भृष्टाचार में डीसी मनरेगा से लेकर झंझरी विकास खंड के सभी जिम्मेदार अधिकारी भी संलिप्त है क्योकि इनकी संलिप्तता के बगैर यह सब संभव ही नही है।विकास खंड झंझरी की ग्राम पंचायत फिरोजपुर,चकसड़ में मनरेगा से चलाए जा रहे कार्यो में जिम्मेदार अधिकारियों के संरक्षण में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा पूरे मामले में तकनीकी सहायक,रोजगार सेवक व प्रधान की मिलीभगत सामने आयी है।ग्राम पंचायत के फिरोजपुर में दो कार्यो में 78 श्रमिको की मस्टर रोल में हाजिरी लगाई जा रही है।
लेकिन धरातल पर कुछ और ही है।वही सूत्र बता रहे है कि पहले कार्य नवरैया बगिया से चवन्नी के खेत तक मिट्टी पटाई कार्य पर 40 श्रमिक की फर्जी हाजिरी दर्ज की जा रही है जबकि काम कई दिनों से बंद है।दूसरे कार्य नवरैया बगिया से अलगू के खेत तक कच्ची सड़क तक मिट्टी पटाई कार्य पर 38 श्रमिको की हाज़िरी लगाई जा रही है वही मौके पर करने वाले श्रमिको की संख्या मात्र एक दर्जन से भी काम है। रोजगार सेवक घोटाला न पकड़ा जाए इसलिए ऑनलाइन हाजिरी में खेल कर देर रात को पुरानी पुरानी फ़ोटो की फ़ोटो लगा रहे है।ग्राम पंचायत चकसड़ में गौशाला में मिट्टी पटाई कार्य पर 45 श्रमिको की उपस्थिति दर्ज की गई है,लेकिन मौके पर कार्य नही चलाया जा रहा है। लेकिन धरातल पर नाम मात्र ही है।
देर रात में लगाई जा रही मास्टर रोल में हाजिरी नहीं किया जा रहा कोई श्रमिकों का फोटो अपलोड साइट पर जमकर हो रहा है भ्रष्टाचार जिम्मेदार खामोश बने बैठे हैं।क्या ग्राम पंचायत फिरोजपुर, चकसड़, गोविंदपारा, नारायणपुर वैली, ताजपुर आदि गावों में बिना कार्य कराई ही फर्जी हाजिरी दर्ज कर की जा रही है ? क्या जिम्मेदारो के द्वारा लगातार पुरानी फ़ोटो की फ़ोटो अपलोड कर श्रमिको की फर्जी श्रमिक हाजिरी दर्ज की गई है ? क्या कुछ विशेष ग्राम पंचायतों को डीसी मनरेगा और बीडीओ का विशेष आशीर्वाद प्राप्त है उन ग्राम पंचायतों की लिस्ट में फिरोजपुर,चकसड़, गोविंदपारा,नारायणपुर वैली,ताजपुर भी आता है.? क्या विशेष आशीर्वाद के पीछे डीसी मनरेगा और बीडीओ पर कोई राजनीतिक दबाव है या कोई विशेष उद्देश्य ..?
वही क्या हकीकत इसके विपरीत है ? सूत्रों के मुताबिक काम बहुत पहले ही पूर्ण हो चुका है,उसके बावजूद पंचायत सहायक के द्वारा फर्जी हाजिरी दर्ज की जा रही है इसके पीछे की वजह भी कमीशन की है क्योंकि स्टीमेट बनाने से पहले बनाने वाला कमीशन लेकर आवश्यकता से कई गुना ज्यादा मजदूरो का स्टीमेट बनाता है जिसके चलते काम पहले ही पूरा हो जाता है और आगे के भुगतान के लिए फर्जी वादा किया जाता है।वही डीसी मनरेगा से जब फोन पर बात करने की कोशिश की गई तो उनका नंबर कवरेज क्षेत्र से बाहर बताया।