सीएमओ Dr. Manoj Kumar Sharma की अनूठी पहल छात्राएं बनी सीएमओ
राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों में अनोखा सेलेब्रेशन
गांधी पार्क से मुख्य विकास अधिकारी द्वारा हरी झण्डी दिखाकर रैली को किया गया रवाना
जिला न्यायाधीश की अध्यक्षता में मुख्य चिकित्साधिकारी, कार्यालय में किया गया गोष्ठी का आयोजन
उधमसिंह नगर, 25 जनवरी: मुख्य चिकित्साधिकारी, डा० मनोज कुमार शर्मा(Dr. Manoj Kumar Sharma) ने राष्ट्रीय बालिका दिवस परएक शानदार पहल करते हुए बालिकाओं के सम्मान में एक नयी मिसाल पेश की और दो छात्राओं को एक दिन के लिए सी०एम०ओ० का प्रभार दिया गया, जिसमें अनन्या सिंह और महक आर्या को एक दिन का सी०एम०ओ० बनाया गया। इस दौरान दोनो छात्राओं को स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली के बारे में जानकारी दी गयी। इस दौरान दोनो छात्राओं द्वारा अनिमिया मुक्त भारत अभियान की प्रशंसा करते हुये कहा गया कि अनिमिया मुक्त भारत अभियान छात्राओं एवं महिलाओं के लिए अत्यन्त लाभकारी योजना है, जिससे कि महिलाओं में खून की कमी से बचा जा सकता है। इसके साथ ही छात्राओं द्वारा विभिन्न सरकारी चिकित्सालयों में कार्यरत चिकित्साधिकारियों से फोन के माध्यम से विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं के विषय में भी जानकारी ली गयी।
राष्ट्रीय बालिका दिवस के शुभ अवसर पर जनपद उधमसिंह नगर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। बालिकाओं के सम्मान में बेटी बचाओं एवं कन्या भ्रूण हत्या रोकथाम स्लोगन के साथ अपराहन-12:15 बजे गांधी पार्क रूद्रपुर से मुख्य बाजार रूद्रपुर में जनजागरूकता रैली का शुभारम्भ हरी झण्डी दिखाकर श्री मनीष कुमार मुख्य विकास अधिकारी एवं डा० मनोज कुमार शर्मा(Dr. Manoj Kumar Sharma) मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा किया गया। रैली में विभिन्न स्कूलों एवं नर्सिंग कालेज के सैकड़ों विद्यार्थियों एवं आशा कार्यकत्रियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। रैली में बेटा-बेटी एक समान, कन्या भ्रूण हत्या अपराथ है, बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओं, बेटी नहीं बचाओंगे तो बहू कहाँ से लाओंगे इत्यादि स्लोगन के नारे लगाये गये। रैली उपरान्त गांधी पार्क में एकत्र होकर प्रतिभागियों द्वारा अपने-अपने विचार व्यक्त किये गये।
इसके पश्चात मुख्य चिकित्साधिकारी(Dr. Manoj Kumar Sharma), कार्यालय सभागार में मा० जिला न्यायाधीश महोदय की अध्यक्षता में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। बेटी बचाओं-कन्या भ्रूण हत्या रोकथाम विषय पर आयोजित गोष्ठी में विभिन्न वक्ताओं ने अपने-अपने विचार रखे गये। इस अवसर पर मा० जिला न्यायाधीश द्वारा बेटियों को एक समान अधिकार दिये जाने की अपील की गयी एवं गोष्ठी में पी०सी०पी०एन०डी०टी० एक्ट के सम्बन्ध में कानूनी पहलुओं की जानकारी दी गयी। श्री बरीत सिंह जिला शासकीय अधिवक्ता, सिविल द्वारा गोष्ठी में अपने विचार व्यक्त करते हुये बेटी बचाओं एवं भ्रूण हत्या रोकथाम पर अपने विचार व्यक्त किये गये, पी०सी०पी०एन०डी०टी० के कानून का कड़ाई से पालन करने की अपील की गयी।
गोष्ठी में पी०सी०पी०एन०डी० सदस्य सरोज ठाकुर, हीरा जंगपांगी, नसरीन कुरैशी उपस्थित थे, उनके द्वारा विचार व्यक्त करते हुये कहा गया कि वर्तमान में बेटा एवं बेटी में कोई अन्तर नहीं है, बेटिया प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ रही है, सभी अविभायकों को दोनो को समान अवसर देने चाहिये।बैठक में डा० मनोज कुमार शर्मा-मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा सभी चिकित्सकों से अपील की गयी कि पी०सी०पी०एन०डी०टी० अधिनियम 1994 का पूर्णतः पालन किया जाये। कन्या भ्रूण हत्या एक जघन्य अपराध है, सभी के द्वारा मिलकर प्रयासों से ही इसे रोका जा सकता है। गोष्ठी में मुकुल चौधरी-डी०पी०ओ० आई०सी०डी०एस०, व्योमा जैन, जिला प्रोवेशन अधिकारी. ए०सी०एम०ओ० डा० हरेन्द्र मलिक, डा० राजेश आर्या द्वारा अपने अपने विचार व्यक्त किये गये।
कार्यक्रम में निजी अल्ट्रासाउण्ड केन्द्रों के चिकित्सक एवं आई०एम०ए० से डा० जसविन्दर सिंह गिल, डा० मनप्रीत कौर, डा० नितिन कुमार, डा० अनामिका दिक्षित, डा० आर०के० महाजन, डा० इन्दु महाजन तथा सी०एम०ओ० कार्यालय से हिमांशु मस्यूनी, डी०एस० भण्डारी, चांद मियां, श्री प्रदीप महर, पंकज गुसाई, निधि शर्मा गोपाल आर्या, एन०जी०ओ० सदस्य, श्रीमती बिन्दुवासिनी सहित आदि लोग उपस्थित रहें।