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उत्तराखंड लागू करेगा देश की पहली योग नीति – मुख्यमंत्री

10वीं विश्व आयुर्वेद कांग्रेस में मुख्यमंत्री ने दी जानकारी
केंद्र सरकार से अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान की स्थापना की

13 दिसंबर को मुख्यमंत्री पुष्प सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश सरकार देश की ‘प्रथम योग नीति’ को लागू करने की दिशा में काम कर रही है। योग नीति आयुर्वेद और योग को व्यापक स्तर पर साथ-साथ ऐतिहासिक स्वास्थ्य क्षेत्र में नई क्रांति लाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। परेड ग्राउंड में आयोजित 10वें विश्व आयुर्वेद कांग्रेस एवं आरोग्य एक्सपो-2024 का खुलासा करते हुए मुख्यमंत्री पी. सिंह धामी ने इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए सामूहिक संवाद करते हुए कहा कि यह हमारे प्रदेश के लिए गर्व का विषय है। आयोजित हो रहे हैं इस कार्यक्रम में 50 से अधिक देशों के प्रतिनिधि और 6000 से अधिक विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं। एक्सपो में 250 से अधिक स्टॉल आयुर्वेद के वैश्विक स्तर पर स्टॉल का प्रमाण दे रहे हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह सम्मेलन आयुर्वेद के क्षेत्र में एकता ज्ञान साझा करने और विभिन्न शोध उद्यमों को बढ़ावा देने के साथ-साथ सहयोग और व्यापार के नए अवसरों को बढ़ावा देगा। उन्होंने प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में आयुर्वेद के प्रचार-प्रसार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन के माध्यम से प्रदेश में आयुर्वेद के प्रचार-प्रसार के लिए निरंतर कार्य करने की सलाह दी। वर्तमान में, हमारे राज्य में आयुष आधारित 300 ‘आयुष्मान आरोग्य उपचार’ का संचालन चल रहा है। ई-संजीवनी पोर्टल के माध्यम से 70 से अधिक विशेषज्ञों द्वारा परामर्श दिया जा रहा है। अब हर जिले में 50 बेड और 10 बेड वाले गेस्ट हाउस की स्थापना हो रही है। इसके अलावा सरकार हर जिले के एक गांव को आदर्श आयुष गांव के रूप में स्थापित कर औषधीय-औषधि-उत्पादन को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार आयुष निर्माण, वेलनेस, शिक्षा, अनुसंधान और औषधीय औषधि के उत्पादों को ‘उत्तराखंड आयुष नीति’ के लिए तेजी से लागू करने की योजना बना रही है। इसके साथ ही, प्रदेश सरकार आगामी वर्षों में आयुष टेली-कंसल्टेशन के साथ काम करने के साथ-साथ 50 नए योग और वेलनेस सेंटर स्थापित करने के साथ-साथ रिसर्च के साथ काम कर रही है।

उत्तराखंड में अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान का प्रस्ताव

मुख्यमंत्री पुश्ते मुख्यमंत्री ने विशेषज्ञ से सलाह लेते हुए कहा कि हमारे टूर-स्टैबा के हिंदी रिज़ॉर्ट के साथ-साथ अंग्रेजी रिज़ॉर्ट को भी प्रचारित किया जाए। इससे संबंधित स्थानीय जड़ी-बूटी की वैश्विक बाजार तक पहुंच आसान हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पर्वत में हम ‘किल्मोडे’ को तो जानते हैं लेकिन इसका अंग्रेजी नाम ‘बेरीबेरीज’ को ज्यादातर लोग नहीं जानते हैं जबकि इस नाम को पूरी दुनिया जानती है और इससे जुड़ी यादें हैं। इसलिए अंग्रेजी नाम का भी प्रचार किया जाना चाहिए।

नरेंद्र मोदी ने भेजा संदेश

सम्मेलन में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजा संदेश, पढ़ें। उद्घाटन सत्र को राष्ट्रीय समारोह सचिव, विज्ञान भारती डॉ. शिव शर्मा, दसवें विश्व आयुर्वेद कांग्रेस के चेयरपर्सन वैद्यनाथ वॉरियर, उत्तराखंड शासन में सचिव आयुष कुमार रविनाथ रमन ने भी निंदा की। इस मसले पर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, प्रेमचंद अग्रवाल, डॉ. धन सिंह रावत, विधायक खजान दास, सविता कपूर, शर्मा काऊ, किशोर उपाध्याय, नन्हे के नन्हें अनुराग शर्मा, आचार्य बालकृष्ण प्रमुख रूप से शामिल हुए।

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