सरकारी गेहूं क्रेयकेन्द्र सुरु होते ही घटने लगे गेहूं के दाम

ब्यूरो रिपोर्ट -अनूप पाण्डेय
भारतीय सिक्ख संगठन जिला अध्यक्ष गुरपाल सिंह ने कहा कि मंडी में गेहूं के लगे दाम घटने सरकार किसानों की आमदनी दुगनी करना चाहती है लेकिन नहीं मंडी में गेहूं महंगा बिकता है किसानों का सरकारी क्रय केंद्रों पर गेहूं नहीं आता है तो सरकार व्यापारी और आडतीयों के ऊपर दबाव बनाने लगते हैं कि तुम्हारा लाइसेंस कैंसल कर देंगे यदि सरकारी रेट के ऊपर गेहूं खरीदा गया तो सरकार से पूछा जाए की जब किसान का गेहूं मंडी में महंगा बिक रहा है तो सरकारी केन्द्रों पर क्यो किसान बेचें सस्ते रेट में गेहूं सरकार तो किसान की आमदनी दोगुनी करना चाहती है कम से कम 600 रुपए का बोनस किसान को दिया जाए और ना की आडतीयों और व्यापारियों पर दबाव बनाकर किसानों का कम रेट में किसान की फसल खरीदी जाए पिछली बार भी जब मंडी में गेहूं महंगा बिक रहा था तो आडतीयो और व्यापारियों के साथ मीटिंग कर के अधिकारियों ने दबाव बनाया और सरकारी रेट के ऊपर गेहूं खरीदा तो तुम्हारे लैसन्स निरस्त कर दिये जाएगा । अगले दिन ही गेहूं कम रेट पर बिकने लगा यदि इस बार यह हुआ तो संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले मंडी गैट का ताला बंद करके अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा जिसकी सारी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी ।