पूर्व सीएम Harish Rawat क्यों नहीं दे सके अपना वोट?
देहरादून, 24 जनवरी: उत्तराखंड में निकाय चुनाव के लिए वोटिंग में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत(Harish Rawat) का वोटर लिस्ट से नाम गायब होने का मामला दिन भर सुर्खियों में रहा. एक तरफ जहाँ पूर्व सीएम रावत ने खुद इस बात की जानकारी दी. और राज्य निर्वाचन आयोग से इसे लेकर जानकारी मांगी. तो वहीँ भाजपा अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने भी जमकर निशाना साधा इसके बाद देर शाम देहरादून जिलाधिकारी ने इसे लेकर स्थिति स्पष्ट की है. जिला निर्वाचन अधिकारी ने जानकारी देते हुये बताया कि हरीश सिंह रावत का नाम वोटर लिस्ट में मौजूद है. इसके लिए जिलाधिकारी ने लिस्ट भी जारी की है.
पूर्व सीएम हरीश रावत(Harish Rawat) ने जानकारी देते हुए बताया कि वे वोट देने वार्ड नंबर 76 पहुंचे थे. जिसके लिए उन्होंने कार्यकर्ताओं से मतदाता सूची से पर्ची लाने के लिए कहा. कार्यकर्ताओं ने मतदान केंद्र पर सूची में हरीश रावत का नाम खोजा तो पता चला कि उनका नाम सूची में नहीं है. तब हरीश रावत ने कहा उनको इस बारे में पहले से सचेत रहना चाहिए था.
इस मामले को लेकर हरीश रावत(Harish Rawat) ने बीजेपी को घेरा. हरीश रावत ने कहा कि दलित, कमजोर वर्ग के लोगों के परिवार के परिवार के नाम काटे गये हैं. उन्होंने कहा भाजपा की ये चुनावी रणनीति है. उन्होंने कहा जो मतदाता उनके पक्ष में नहीं रहता वे उसका नाम कटवा देते हैं. हरीश रावत ने कहा वे आगे से इसे लेकर सावधान रहेंगे. इसके साथ ही उन्होंने निर्वाचन आयोग से इसे लेकर जानकारी मांगी थी जिसके बाद जिला निर्वाचन अधिकारी ने एक सूची जारी की. जिसमें हरीश रावत का नाम मौजूद था.