आरटीओ प्रशासन की मिली भगत से आरटीओ ऑफिस बना भ्रष्टाचार का अड्डा,हर तरफ फैला है मकड़जाल..
दलालों पर कार्रवाई बाबू पर कब क्या आरटीओ प्रशासन के मिली भगत से हो रहा है खेल
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के करीबी हैं आरटीओ प्रशासन उमाशंकर यादव सूत्र
अनिल कुमार द्विवेदी
बी न्यूज दैनिक
गोण्डा: भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली योगी सर कार भले ही भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरैंस की नीति अप ना रही हो और भ्रष्टाचार को लेकर काफी सजग हो लेकिन इसके बावजूद देवीपाटन मण्डल संभागीय परिवहन अधि कारी की उमाशंकर यादव के जानकारी में गोण्डा आरटी ओ ऑफिस दलालों का अड्डा बन चुका है।आए दिन लाइ सैंस बनवाने आए लोगों से जमकर वसूली की जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक यहां लाइसैंस के नाम पर जमकर वसूली की जा रही है और इसमें आरटीओ ऑफिस के अधिका रियों को भी उनका कमीशन जाता है।उधर,आरटीओ ऑ फिस के मुलाजिमों और अफसरों का दावा करते हैं कि उन्हें एजैंटों से किसी तरह का कोई लेना-देना नहीं है,वहीं दूसरी ओर अपने कार्यालय में एजैंटों से बात कर आरटी ओ प्रशासन भ्रष्टाचार को खुद बढ़ावा दे रहे हैं।सूत्रों की मानें तो हर काम के लिए एजेंट आवेदकों से मोटी रकम लेकर आरटीओ दफ्तर के बाबुओं को कमीशन देकर काम करवाते हैं।वहीं,आरटीओ कार्यालय के बाहर ऑनलाइन के नाम पर सैंकड़ों एजैंट अपनी दुकान खोलकर बैठे हैं और लोगों को लूट रहे हैं।
कौन कर्मचारी और कौन दलाल,पहचानना मुश्किल
देवीपाटन मंडल संभागीय परिवहन के आरटीओ और एआरटीओ के कार्यालय से लेकर अंदर तक दलालों का जमावड़ा लगा रहता है।आश्चर्यजनक है कि कुछ दलाल ऐसे बैठे रहते हैं जो आरटीओ कार्यालय में अधिकारी या कर्मचारी हों।ऐसे में जिलेभर से अपने कार्य करवाने के लिए आने वाले आवेदक यह नहीं पहचान पाते हैं कि कौन विभाग का कर्मचारी है और कौन दलाल अब यह जनता पूछ रही हैं की आरटीओ ऑफिस में कब भ्रष्टाचार बंद होगा।