उत्तर प्रदेशसीतापुर

राइटर एजेंसी की मनमानी की भेंट चढ़े आयुष्मान मित्र

बिना किसी वजह के 2 आयुष्मान मित्रो को निकल दिया नौकरी से

समस्याओं से संबंधित आयुष्मान मित्रो ने जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सौंपा ज्ञापन

जनपद सीतापुर के समस्त ब्लॉक स्तरीय सीएचसी एवं जनपद स्तरीय जिला चिकित्सालय पुरुष/महिला) में आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत कुल 21 आयुष्मान मित्रों की तैनाती की गयी है। 10 जून 2020 को आयुष्मान भारत सर्विसेज एलएलपी द्वारा आयुष्मान मित्रो की नियुक्ति की गई थी जिसके तहत समस्त आयुष्मान मित्र के द्वारा लगभग 4 वर्षों तक संतोषजनक रूप से अपनी सेवायें प्रदान की गई। 25 सितम्बर 2023 से उक्त सेवा प्रदाता का माध्यम समाप्त कर हम समस्त को नवीन सेवा प्रदाता मैसर्स राइटर एजेंसी के अधीन समायोजित कर दिया गया। बताते चले आयुष्मान मित्रो ने मिलकर राइटर एजेंसी के द्वारा इनका मानसिक शोषण किया जा रहा है नौकरी में आने वाली समस्याओं के निराकरण हेतु समस्त आयुष्मान मित्रो ने जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा है ज्ञापन में उन्होंने बताया कि आयुष्मान मरीज भर्ती किये जाने का लक्ष्य पूरा न हो पाने की स्थिति में हम लोगों को नौकरी से निकालने की धमकी दी जाती है एवं अनावश्यक रूप से तथा ई-मेल कर चेतावनी जारी की जाती है, तष्था चेतावनी पत्र देने के एक हफ्ते के अन्दर निकाला जाता है जिससे हम समस्त आयुष्मान मित्र मानसिक रूप से काफी परेशान है। वही सभी आयुष्मान मित्रों में से 2 आयुष्मान मित्रों को बिना किसी पूर्व सूचना के निकाल दिया गया है। जबकि 09.10.2024 को मुख्य चिकित्सा अधिकारी सीतापुर में बैठक सभागार में नोडल अधिकारी आयुष्मान भारत द्वारा कम्पनी के जिला कॉर्डिनेटर को मौखिक रूप से निर्देश दिया गया था कि जबतक घरातल की व्यवस्थाएं/ समस्याओं का सामाधान न हो तब तक किसी आयुष्मान मित्र को निकाला न जाए । हम सभी आयुष्मान मित्र कोरोना जैसी महामारी में अपनी जान की परवाह न करते हुए अधीक्षक महोदय के निर्देशानुसार कोविड सम्बन्धित सभी कार्य बढी इमानदारी व निष्ठा से किया है फिर भी हम लोगों को बिना किसी कारण के नौकरी से निकाला जा रहा है।

साथ में अगर ड्यूटी आने में 1 मिनट भी लेट हो जाता है तो पूरे दिन की बजाए आधे दिन की अवधि मानी जाती है और हमारे मानदेय में कटौती की जाती है एजेंसी द्वारा हम लोगों से 9 घण्टे ड्यूटी करने के लिए बाध्य किया जा रहा है जबकि नियमानुसार कार्यालय स्टॉफ की ड्यूटी की समयावधि सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक तक ही है. इसमें भी हम लोगों का शोषण रहा है। अब देखना यही है कि प्रशासन इन आयुष्मान मित्रो को न्याय दिलाने के लिए क्या कदम उठाता है

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