उत्तर प्रदेशगोण्डा

गोंडा में प्रशासन का सख्त रुख, ग्राम चौहट्टा में चकरोड विवाद का उसी दिन समाधान

शिकायतों के त्वरित निस्तारण में डीएम नेहा शर्मा की प्रतिबद्धता का प्रभाव

अनिल कुमार द्विवेदी
बी न्यूज दैनिक

गोंडा, 3 दिसंबर। गोंडा तहसील के ग्राम चौहट्टा में चकरोड से संबंधित एक पुराना विवाद जिला प्रशासन की त्वरित कार्रवाई के चलते मात्र एक दिन में सुलझा लिया गया। जिलाधिकारी नेहा शर्मा के जनता दर्शन कार्यक्रम में सोमवार को पहुंचे चौहट्टा के दीनानाथ उपाध्याय ने अपनी शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि चकरोड को लेखपाल द्वारा चिन्हित कर लिया गया था, लेकिन इसे खाली नहीं कराया गया था। उन्होंने बताया कि दो एकड़ खेत में गन्ना तैयार खड़ा है। चकमार्ग अविलम्ब खाली नहीं कराया जाता है तो उनको भारी आर्थिक क्षति का सामना करना पड़ेगा।

शिकायत मिलते ही जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने मामले को गंभीरता से लिया और तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए। निर्देशों के पालन में केवल तीन घंटे के भीतर राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची। टीम की उपस्थिति में चकरोड की पैमाइश कराई गई और अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई शुरू की गई। शाम तक चकमार्ग की भूमि को पूरी तरह खाली करा दिया गया।

जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने इस मामले में अपनी सक्रियता और सख्ती का परिचय देते हुए स्पष्ट किया कि जनता से जुड़ी समस्याओं के समाधान में किसी प्रकार की देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि ऐसे मामलों में समयबद्ध कार्रवाई सुनिश्चित की जाए और अतिक्रमण जैसे मुद्दों को प्राथमिकता से सुलझाया जाए।

स्थानीय निवासियों ने जिला प्रशासन की त्वरित कार्रवाई की सराहना की। ग्रामवासियों का कहना है कि प्रशासन की सक्रियता ने न केवल उनकी समस्या का समाधान किया, बल्कि यह भरोसा भी दिलाया कि उनकी शिकायतें सुनी जा रही हैं। इस पूरे घटनाक्रम ने यह साबित किया कि जिला प्रशासन जनता की समस्याओं को हल करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। एक ही दिन में इस प्रकार के विवाद का समाधान प्रशासनिक दक्षता और तत्परता का उत्कृष्ट उदाहरण है।

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